हसपुरा से अलखदेव प्रसाद अचल का रिपोर्ट
न्याय संघर्ष समिति हसपुरा के तत्वावधान में गरीबों के मसीहा सुजीत मेहता की हत्या के विरुद्ध पचरुखिया मोड़ से हसपुरा तक शांतिपूर्ण मोटरसाइकिल प्रतिरोध मार्च निकाला गया।
प्रतिरोध मार्च में लोगों ने सुजीत के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और कठोर से कठोर सजा देने, हत्यारों को संरक्षण देने वाले पुलिस अधिकारी को बर्खास्त करने, गिरफ्तारी के लिए त्वरित कार्रवाई करने, सरकार से घटना की सी बी आई से जांच कराने की मांग की। प्रतिरोध मार्च में शामिल लोगों ने कहा कि सुजीत मेहता की हत्या एक सोची-समझी राजनीति का परिणाम है।ताकि पिछड़े व दलितों से जुल्म के विरोध में उठने वाली आवाज़ को दबाया जा सके। परंतु यह होने वाला नहीं है।यह भी कहा गया कि वैसे अपराधी धैर्य की परीक्षा न लें। यह भी कहा गया कि दलितों और पिछड़ों के बीच के लोग, जो प्रतिरोध में कदम उठाते हैं, उन्हें नक्सली और न जाने क्या क्या कहकर संबोधित किया जाता है,वही काम सामंती सोच के लोग करते हैं, तो उन्हें न्याय का मसीहा करार दिया जाता है।यह चलने वाला नहीं है।
प्रतिरोध मार्च में पूर्व सरपंच रंधीर कुमार,ए पी अचल,धीरज कुशवाहा,पैक्स अध्यक्ष आशुतोष यादव,मुकेश कुमार, संतोष कुमार कुशवाहा, ब्रजेश कुमार, प्रदीप कुमार,संटु दीवाना,प्रिंस कुमार विकास कुमार सहित सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया।
