पीड़िता के आवेदन के आलोक में घोटाला का होगा राजफाश या फिर  जांच भी चढ़ जायेगा भ्रष्टाचार का भेंट?


औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा


राजकीय मध्य विद्यालय परता ( कुटुम्बा ) के फर्जी प्रधानाध्यापक बनकर पुनम देबी ने पीएनबी शाखा रिसियप में फर्जी खाता खोलकर दलित पिछड़े एवं गरीब छात्रों को मिलने वाले छात्रवृत्ति मद्द के 16लाख रुपये हड़प लिया गया। इसकी पुष्टि आर्थिक अपराध इकाई द्वारा की गई है। आर्थिक अपराध इकाई के पत्र के आलोक में पुनम देबी पती भीमसेन पाण्डेय ग्राम पोस्ट परता थाना अम्बा जिला

औरंगाबाद को जिला निलाम पदाधिकारी द्वारा अम्बा थाना के माध्यम से नोटिस तामिला कराया गया था। नोटिस तामिला के बाद पुनम देबी अचानक सकते में आ गई तथा अपना बचाव पक्ष में सरकार एवं प्राधिकार को पत्र लिखकर घोटाला और उक्त बैंक खाता से पल्ला झाड़ ली है। पुनम देबी को कहना है कि राजकीय मध्य विद्यालय परता में मैं कभी भी पदस्थापित नहीं रही हूं। और नहीं कहीं मेरा हस्ताक्षर अथवा किसी प्रकार का दस्तावेज है। पुनम देबी द्वारा लिखित आवेदन जिला जनशिकायत निवारण पदाधिकारी को पत्र लिखकर कहा कि भलूवाडी खुर्द प्रा० विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अनीता कुमारी एवं तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के मिली भगत से उक्त घोटाला और षड्यंत्र का ताना-बाना बुना गया है यह प्रबल संभावना है। पत्र में यह भी उल्लेख है कि अनीता देवी द्वारा पूर्व में छात्रवृत्ति मद्द के राशि का घोटाला किया गया था और उनसे रीकभरी भी हुआ था। पत्र में आगे उल्लेख है कि पीएनबी शाखा रिसियप में खोले गए खाता में अनीता कुमारी के पुत्र का मोबाइल नंबर अंकित है। अब सवाल यह उठता है कि सरकार और सरकार के जांच अधिकारी आखिर कर क्या रहे हैं कि 10 वर्षों में भी घोटाले का राजफाश करने में बिफल साबित हो रही है?