मदनपुर ( औरंगाबाद )खबर सुप्रभात समाचार सेवा
मदनपुर संच की एकल विद्यालय की मासिक बैठक स्थानीय धर्मशाला के प्रांगण में आहुत हुई। मदनपुर संच के अंतर्गत चल रहे तीस केन्द्रों के आचार्यों नें बैठक में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। बैठक की शुरूआत सामुहिक रूप से हनुमान चालिसा पाठ से शुरुआत हुई। सरस्वती बंदना के साथ देवी

सरस्वती एवं भारत माता के चित्र को पूजन, दीप, तिलक एवं पुष्पांजली अर्पित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई। अपनें सम्बोधन में जितेन्द्र सिंह ‘ परमार ‘ प्रधान संरक्षक एकल विद्यालय सह आजिवन हीत चिंतक विश्व हिन्दू परिषद् नें कहा कि वर्तमान समय में एकल विद्यालय सुदूरवर्ती क्षेत्रों में बच्चों में शिक्षा के साथ – साथ संस्कार गढ़ने में मिल का पत्थर सावित होता दिख रहा है। एकल विद्यालय के आचार्य एक कुशल शिल्पीकार की भाँति विवेकानंद, शिवाजी, सांभाजी महाराज, महाराणा प्रताप, अब्दुल कलाम, रानी लक्ष्मी वाई की मूर्ति गढ़ने में लगे हैं। आनें वाला समय में एकल विद्यालय से निकले बच्चे ही भारत भारती के भविष्य को ऊँच्चतम शिखर तक लेकर जायेंगे। वर्तमान दौर में नेता और अधिकारियों में चरित का क्षरण हो रहा है, तभी भ्रष्टाचार चरम पर पहुँच चुकी है। आये दिन खबरों में देखने-सुननें को मिलता है कि सी. वी. आई या ई. डी. के छापा में नेता, अफसर, मंत्री यहाँ तक की न्यायाधिश के आबास में नोटों से भरी बारियाँ बरामद होरही हैं। इतना नोट बरामद हो रहा है कि दर्जन भर नोट गिननें की मशीनें गरम होकर बंद हो जा रही है। क्या ऐसी व्यवस्था से भारत विश्व गुरु बन पायेगा ? लोगों में चरित का क्षरण हो चुका है। इस व्यवस्था को पूर्ण रूपेण बदलनें की दिशा में ही तो एकल विद्यालय का गठन किया गया है, जहाँ से चरित निर्माण कर बच्चों को संस्कारवान बनाया जा रहा है जो भारत को परम बैभव की प्रकाष्ठा तक ले जाकर विश्वगुरु बनायेंगे।
आज की बैठक में समिति अध्यक्ष अर्जून चौधरी, संरक्षक सुनील कुमार सिंह, सचिव दिलीप प्रसाद, संच प्रमुख प्रदुमन कुमार, आचार्या रेणु देवी, रानी कुमारी, करिश्मा कुमारी, शारदा देवी, द्रौपदी देवी, संगीता देवी, ज्ञान्ति रेवी, नंदनी कुमारी,राजेश कुमार, संजु देवी सहीत सभी तीस केन्द्रों की आचार्या उपस्थित हुए ।