जीवन चुने नशा नहीं नशीले पदार्थो के दुरूपयोग मानव जीवन के लिए घातक : जिला जज

अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा


मादक पदार्थो के सेवन नशीली दवाओं का दुरूपयोग एवं अवैध व्यापार के विरूद्ध अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार अन्तर्गत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष राजकुमार प्रथम की अध्यक्षता में एक जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों अधिवक्ताओं तथा न्यायालय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार से सम्बन्धित पैनल अधिवक्ताओं तथा कर्मियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशे की लत का खतरा विश्व के साथ-साथ भारत के युवाओं में तेजी से फैल रहा है इस दिवस का उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नशीली दवाओ से मुक्ति पाना है तथा समाज में सशक्तिकरण लाना है। इस दिन विभिन्न संगठन इस खतरे को खत्म करने के लिए शपथ लेते हैं और अवैध ड्रग्स की चुनौतियों को शान्तिपूर्वक समाधान करने पर जोर देते हैं। उनका मूल सिद्धान्त युवाओं की रक्षा करना और मानव जाति के कल्याण को बढ़ावा देना है। आज मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के दुरूपयोग एवं इनकी अवैध तस्कारी के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय दिवस होने के कारण जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में एक जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया और इसका संदेश पुरे देश में जाये इसका प्रयास किया जा रहा है। इस शपथ सह जागरूकता कार्यक्रम में श्री सत्य भूषण आर्या प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, श्री इसरार अहमद अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम, श्री विश्व विभूति गुप्ता, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय ,श्री अशोक कुमार गुप्ता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, लक्ष्मीकांत मिश्रा, श्री निशीत दयाल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, श्री आनन्द भूषण, श्री कन्हैयालाल यादव, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, श्री विवेक कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री उमेश प्रसाद, श्री मनीष कुमार जायसवाल, श्री पंकज पाण्डेय, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी श्री लालबिहारी पासवान एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, श्रीमति तान्या पटेल, सहित समस्त न्यायिक पदाधिकारीगण, सहित कर्मचारीगण तथा अन्य लोग उपस्थित होकर कर इस अवसर पर शपथ ग्रहण किया। जिला जज की अध्यक्षता में आयोजित किये गये जागरूकता सह शपथ कार्यक्रम में मुख्य रूप से मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों और उनके परिवारों पर घृणा और भेदभाव के नकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने, उन लोगो के बीच एड्स और हेपेटाईटिस महामारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने, जो नशीली दवाओं एवं मादक पदार्थाे का उपयोग करते हैं और एचआईवी और हेपेटाइटिस रोकथाम कार्यक्रमों का विस्तार करके उन्हें मजबूत करने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग करने वाले सभी लोगो के लिए साक्ष्य-आधारित स्वेच्छिक सेवाओं का बढ़ावा देने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग के विकारों, उपलब्ध उपचारों और शीघ्र हस्तक्षेप और सहायता के महत्व के बारे में शिक्षित करने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग करने वाले लोगो के लिए सम्मानजनक भाषा और व्यवहार को बढ़ावा देकर घृणा और भेदवभाव से मुकाबला करने के लिए प्रेरित करने, मादक पदार्थो एवं नशीली दवाओं के उपयोग और व्यसन को रोकने के लिए युवाओं और समुदाय को सशक्त बनाने पर इस शपथ कार्यक्रम के माध्यम से जागरूकत किया गया, साथ ही जोर देते हुए कहा गया कि किसी प्रकार का नशा का सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे-धीरे करके मौत के मुंह में धकेलता रहता है और लोग जाने-अंजाने में नशीली दवाओं का सेवन करते रहते हैं। मानव शरीर पर नशीली दवाओं के उपयोग से उसकी प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है जिसका प्रभाव सीधे उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। उन्होंने आगे बताया गया नशीली दवाओं का निर्माण स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के ईलाज के लिए किया जाता है, जो बिना चिकित्सक के परामर्श और बिना लिखित पर्चा के देना एवं बेचना, एवं सेवन करना गैर कानूनी है, और इसके लिए कानून में कई प्रावधान किये गये हैं साथ ही सख्त दण्ड का भी प्रावधान है।