औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले में पैक्स चुनाव को लेकर बवाल मचा हुआ है। पैक्स चुनाव का वोटर लिस्ट बनाने में पैक्स अध्यक्षों एवं सहकारिता प्रसार पदाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी पर सवाल उठ रहा है तथा निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव कराने पर सवाल जिले के किसान, समाजिक कार्यकर्ता एवं राजनैतिक दलों के नेताओं
द्वारा संदेह ब्यक्त किया जा रहा है। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर, मदनपुर, देव और कुटुम्बा प्रखंड में शिकायतें मिली है। वैसे तो जिले के लगभग सभी पैक्सों में मतदाता सूची बनाने में गड़बड़ी हुई है लेकिन कुटुम्बा प्रखंड में शिकायत ज्यादा होने का आरोप लगाया जा रहा है। कुटुम्बा प्रखंड अंतर्गत परता पैक्स में वास्तविक किसानों को प्रयास करने के बावजूद भी पैक्स मतदाता सूची में नाम नहीं जोड़ा गया है। लेकिन आश्चर्य यह है कि बिचौलियों द्वारा वैसे लोगों को नाम मतदाता सूची में जोड़ा गया है जिनका खेती किसानी से कोई मतलब नहीं है। इसके अलावा वैसे लोगों का भी नाम मतदाता सूची में जोड़ा गया है जिनका उम्र 18 बर्ष से कम है। इस संबंध में परता निवासी आकाश कुमार ने जिलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी कुटुम्बा को आवेदन के माध्यम से जांचोपरांत इसके लिए दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने तथा अयोग्य वोटरों को मतदाता सूची से नाम हटाने का अनुरोध किया है। इस संबंध में सहकारिता प्रसार पदाधिकारी कुटुम्बा ने बताया कि जिन लोगों का शिकायत है वे दावा आपत्ति करें और जांचोपरांत उचित कार्रवाई किया जाएगा। जब मामले को लेकर परता पैक्स अध्यक्ष योगेंद्र मेहता से उनके मोबाइल नम्बर पर संपर्क कर वास्तविकता को जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बताया कि पैक्स का वोटर अधिकारियों द्वारा बनाया जाता है। अधिकारियों ने 2014-2019 के मतदाता सूची के आधार पर इस वर्ष भी मतदाता सूची बनाये हैं। कुछ नये लोगों का नाम मतदाता सूची में जोड़ा गया है। यदि किसी को शिकायत है तो 22 अक्टूबर तक दावा आपत्ति किया जा सकता है। जांचोपरांत यदि आयोग लोगों का नाम मतदाता सूची से हटाया जायेगा तो मुझे कोई दिक्कत अथवा शिकायत नहीं है।