डीके अकेला का रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिम बंगाल चुनाव कराने गए झारखंड के लातेहार में पदस्थापित सीआरपीएफ के अधिकारी एक इंस्पेक्टर सह कौआ कोल थाना क्षेत्र के कटनी गांव निवासी नीलेश कुमार नीलू का शव शनिवार को पैतृक गांव पहुचते ही भयंकर कोहराम मच गया। तिरंगा में लिपटे शहीद जवान का शव जैसे ही शव वाहन से उतरा गया, तो सम्पूर्ण गांव एवं इलाके के जबर्दस्त चित्कार मच गई। ग्रामीण महिलाएं समेत शहीद जवान के परिजन शब को देखते फूट-फूट कर रोने लगे। इसके उपरांत मृतक जवान को गांव के अंतर्गत स्थित श्मशान घाट ले जाया गया जहां सीआरपीएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गयी। मृतक सीआरपीएफ के जवान के अपने भतीजे अर्पण कुमार गोलू ने मुखाग्नि दी। विदित हो कि मृतक जवान अपने पीछे माता, पिता के अलावा शिक्षिका रूबी कुमारी और 2 पुत्री नंदनी व रुचि समेत अन्य परिवारिक सदस्यों को छोड़कर अल्पायु में चले गए। मृत सीआरपीएफ जवान की शवयात्रा में सीआरपीएफ के अधिकारियों, जवान और कौआकोल थाना के थानाध्यक्ष दीपक कुमार, लोकसभा के राजद प्रत्याशी श्रवण कुमार कुशवाहा, गौतम कपूर चंद्रवंशी, जिला पार्षद सदस्य नीतीश राज, जिला पार्षद अजीत यादव, प्रखंड जदयू अध्यक्ष रामाश्रय सिंह, प्रमोद सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल होकर श्रद्धा सुमन दिल की गहराई से अर्पित किया। सम्पूर्ण माहौल काफी गमगीन और उदासीन सा रहा। रोदन-क्रंदन के शोरगुल में सबके सब मर्माहत दिखाई दे रहे थे। मृतक जवान के स्वजन पर मानो दुःखों का भयंकर पहाड़ टूट पड़ा है। निकट भविष्य में इस अनमोल क्षति की आपूर्ति असंभव है।