आलोक कुमार , केन्द्रीय न्यूज डेस्क खबर सुप्रभात।
आजादी के बाद से आज तक भूमि बिवाद का समस्या सरकार समाप्त कराने में असफल साबित हुई है। सरकार चाहे जिसकी बनी हो सभी ने भूमि बिवाद को समाप्त कराने का प्रयास किया है लेकिन अभी तक भूमि बिवाद घटने के बदले बढते ही जा रहा है और इस वजह से अभी तक प्रदेश में अनगिनत लोगों को जान गंवाना पड़ा है। बर्तमान सरकार भी बिहार में भूमि बिवाद को सुलझाने और समाप्त कराने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी थानों में प्रत्येक शनिवार को जनता दरबार लगाकर भूमी बिवाद को सुलझाने और समाप्त करने का प्रयास किया है लेकिन अभी तक यह प्रयास भी असफल और टांय टांय फीस नजर आ रहा है। इसका जिता जागता उदाहरण है कि प्रदेश में आए दिन भुमि बिवाद के कारण मारपीट और हत्या के घटना प्रकाश में आ रहा है। प्रदेश के मगध प्रक्षेत्र में औरंगाबाद जिले में भूमि बिवाद के कारण हाल के दिनों में दर्जनों मार पीट और हत्या के घटना प्रकाश में आया है फिर भी सरकार और प्रशासन इसके प्रति उदासीनता बर्त रही है और भूमि बिवाद को समय पर सुलझाने में असमर्थ साबित हो रहा है। जिले में ब्याप्त भूमी बिवाद आज अभीषाप और कलंक बन कर रह गया है जिसे समाप्त कराना सरकार और प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती बन गया है।