औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले में कुछ मिडिया के माध्यम से देखाया जा रहा है कि औरंगाबाद जिला विकास के रास्ते पर अग्रसर है। लेकिन यह कभी भी नहीं दिखाया जा रहा है कि औरंगाबाद जिले में चहुंओर भ्रष्टाचार व योजनाओं की राशि में भयंकर लूट मची हुई है। जांच के नाम पर लिपापोती और जांचकर्ताओं द्वारा दोषियों को बचाने का कार्य किया जा रहा है। इतना ही नहीं विरोध व शिकायत करने वाले को

डराने-धमकाने और फर्जी मुकदमा करने का भी मामला प्रकाश में आते रहा है। मतलब भ्रष्ट अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और बिचौलियों का ग ठजोड आम जनता पर भारी पड़ रहा है। मिडिया से कुछ जुड़े लोग भी या तो डरे सहमें हुए हैं या फिर वे भी अनैतिक धनोपार्जन के उद्देश्य से खबर प्रकाशित अथवा प्रसारित नहीं कर रहे हैं। फलस्वरूप मिडिया के प्रति भी आम लोगों में असंतोष और क्षोभ व्याप्त है। जिले में लूट और भ्रष्टाचार का संवाद खबर सुप्रभात अपने न्यूज पोर्टल तथा यूट्यूब चैनल पर लगातार प्रकाशित और प्रसारित करते रहा है। तभी तो भ्रष्ट अधिकारियों ,जनप्रतिनिधियों तथा बिचौलिए का किडकिड बना रहता है। औरंगाबाद जिले में चहुंओर भ्रष्टाचार और लूट मचा हुआ है इसका पुष्टि08अगस्त ( शुक्रवार ) को कुटुम्बा और मदनपुर प्रखंड 20 सुत्री की बैठक में उपस्थित माननीय सदस्यों ने भी किया है। माननीय सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों से खबर सुप्रभात में लगातार प्रकाशित एवं प्रसारित हो रहे खबर का मुहर भी लग रहा है। 20 सुत्री के माननीय सदस्यों द्वारा जो सवाल उठाया गया है यही काफी नहीं है। भले 20 सुत्री के माननीय सदस्यों को जानकारी का अभाव हो सकता है लेकिन सच्चाई यह है कि जिले में एक भी पंचायत नहीं है जहां खुलेआम योजनाओं में लूट नहीं मचा हुआ है। दाउदनगर प्रखंड अंतर्गत शमशेरनगर में खाद का कालेबजारी का मामला लगातार प्रकाश में आने और उसके बावजूद समुचित कारवाई नहीं होना यह साबित करता है कि सरकार किसानों के लिए कितना बेहतर सोच रही है।जिले में पुलिस तंत्र भी लगभग या तो फेल्योर साबित हो रहा है या फिर आकंठ भ्रष्टाचार में अनैतिक धनोपार्जन के चाहत में लिप्त है। अम्बा थाना में फर्जी मुकदमा और फर्जी गवाह प्रस्तुत पुलिस द्वारा करना, पिछले दिनों औरंगाबाद में एक अधिवक्ता को जम्होर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर प्रताड़ित करने और मामले में जिला विधिज्ञ संघ द्वारा नाराजगी ब्यक्त करना ज्वलंत उदाहरण है।