अम्बा ( औरंगाबाद )खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र में बिजली का अघोषित कटौती व आंख-मिचौली का खेल, जर्जर हो चुका तार और खंभा, अधिकारियों एवं विद्युत कर्मियों का मनमानी एवं लापरवाही इस बार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में चुनावी मुद्दा बनेगा। यह संकेत कई समाजिक कार्यकर्ताओं ने दिया है। जब इस संबंध में कुछ एनडीए नेताओं से जानकारी

ली गई तो उन्होंने कहा कि सरकार एनडीए का है इस लिए सरकार के विरुद्ध में कुछ भी नहीं बोल सकता हूं। एनडीए नेताओं ने उल्टे सवाल दागते हुए कहे कि महागठबंधन आखिर क्यों चुप हैं जबकि महागठबंधन का ही क्षेत्रीय विधायक भी है।अब सवाल यह है कि आम जनता दलगत राजनीति के चक्कर में पीसते हुए बिजली की समस्या से आखिर कब तक जुझते रहेगा। आखिर आम जनता को क्या दोष की इन्हें बिजली आपूर्ति समयानुसार नहीं किया जा रहा है और राजनैतिक दलों के भी उदासीन तथा उपेक्षित रवैया का शिकार हो कर दम तोड़ते रहेंगे।सवाल यह भी है कि जब एनडीए नेताओं ने सरकार के उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचायेंगे तो सरकार के नाकामी पर आखिर चुपचाप बैठे रहने का मतलब कि आम जनता और उनकी समस्याओं से अपने आप को दरकिनार कर चुके हैं। जहां तक महागठबंधन का और क्षेत्रीय विधायक का सवाल है तो यहां एनडीए और क्षेत्रीय विधायक भी बिजली के सवाल पर नहीं सड़क और नहीं सदन में संघर्ष कर पा रहे हैं। ऐसे में आम जनता इस बार बिजली का आंख-मिचौली और अधिकारियों का मनमानी चुनावी मुद्दा बना सकते हैं।