मदनपुर ( औरंगाबाद )खबर सुप्रभात समाचार सेवा
पुरे मदनपुर क्षेत्र में बिजली की ऐसी बदहाल व्यवस्था पहले ना तो किसी नें देखा था और न देखने की ईच्छा ही करेगा । जवसे बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतिस कुमार नें प्रत्येक बिजली उपभोक्ताओं को प्रति माह 125 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा की है, तवही से पुरे मदनपुर क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था चरमरा गयी है। पाँच मिनट बिजली रहती है तो आधा घंटा गायव । फिर पाँच मिनट के लिए बिजली आयी, तो एक घंटा गायव । भोल्टेज का तो पुछना ही नहीं – – बिजली का बल्व का सिर्फ फिलामेंट ही जलता है। पंखा चलता ही नहीं, सिर्फ हिलता है। सवसे महत्वपूर्ण बात तो लो भोल्टेज के कारण न तो नलजल ही चल रहे हैं, और न निजी मोटर पंप ही। इस संवंध में जब बिजली बिभाग के कोई कर्मी से पुछा जाता है कि – – बिजली की व्यवस्था ऐसी काहे है ? न तो भोल्टेज है, और न लगातार बिजली ही मिल रही है। आखिर ऐसी खराब स्थिति तो गर्मी के दिनों में भी नहीं थी, तो बरसात में ऐसी बिजली क्यों ? तब उस कर्मी नें जबाब दिया – – मंगनी का बैल, बिना दाँत का ही होता है। ऐसा बैल न तो ठीक से खा ही पायेगा, और न हल में ही चलेगा। सिर्फ मालिक के खुँटा पर गिनती को रहता है। उपर से ही बिजली की व्यवस्था ऐसी है, तो हम कर्मी कहाँ से लायें। मुफ्त बिजली मिलने के चक्कर में न तो जनता शिकायत ही करेगी, और न सरकार ठीक से बिजली आपूर्ति ही करेगी। तभी तो कहा गया है कि ” मंगनी के बैल को दाँत नहीं देखा जाता है। “