अम्बा ( औरंगाबाद ) खबर सुप्रभात समाचार सेवा
भारत माला परियोजना के तहत निर्माणाधीन वाराणसी – कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण हेतु सरकार द्वारा किए जा रहे भूमि अधिग्रहण और किसानों को उचित मुआवजा भुगतान नहीं होने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले महिनों से चल रहे धरना 12जून से कुटुम्बा थाना क्षेत्र में ठप है। इस बीच किसान नेताओं के बीच अंतर्कलह भी खुल कर


सामने आया है। भारतीय किसान यूनियन के औरंगाबाद जिला के प्रभारी विकास सिंह अचानक संगठन के पद एवं जिम्मेवारी से इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफा देने के बाद ख़बर सुप्रभात से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पुनः इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। लेकिन किसानों के पक्ष में मैं हमेशा खड़ा रहुंगा।इस बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी दिनेश सिंह कुटुम्बा थाना क्षेत्र के चिंतावन बिगहा में किसानों के साथ बैठक भी किये। बैठक के बाद दिनेश सिंह अदालत से लेकर धरातल पर संघर्ष करने का आह्वान किये लेकिन संवाद लिखे जाने तक किसानों ने कुटुम्बा थाना क्षेत्र में पूर्व के तरह धरना कार्यक्रम प्रारंभ नहीं कर सके हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश प्रभारी दिनेश सिंह के आगमन और आहृवान का असर स्थानीय किसानों पर अभी तक नहीं पड़ा है। और पुछे जाने पर कई किसान नेताओं ने इसका जवाब अस्पष्ट नहीं दे पाये हालांकि किसी न किसी रूप में दबे आवाज़ से ही अंतर्कलह होने का बात भी स्वीकार कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार प्रदेश प्रभारी दिनेश सिंह चिंतामन बिगहा में किसानों के साथ बैठक और प्रेस-वार्ता भी किये लेकिन हाल ही के दिनों में जिला प्रभारी विकास सिंह जो इस्तीफा दे चुके हैं उनसे मुलाकात भी प्रदेश प्रभारी को नहीं होना कई तरह के आशंकाओं का जन्म देता है। जब प्रदेश प्रभारी दिनेश सिंह से प्रेस-वार्ता के दौरान पुछा गया कि किसानों का धरना स्थगित है तो उनके द्वारा चुप्पी साध लिया गया।