अम्बा ( औरंगाबाद ) खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले के 222 कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र आरंभ से ही सुरक्षित क्षेत्र रहा है। जब कुटुम्बा विधानसभा का स्तीत्व नहीं था तब उस समय देव विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। उस वक्त भी यह क्षेत्र सुरक्षित था। दलितों का हित और विकास के लिए यह क्षेत्र सुरक्षित रहा है। लेकिन दुर्भाग्यवश जो भी इस क्षेत्र से विधायक बनते रहे हैं वे दलितों के साथ धोखाधड़ी और छल प्रपंच ही करते रहे हैं। जिसका जिता जागता गवाह यहां के दलित बस्तियों में पहुंचते ही साफ़ दे रहा है। पेयजल, पक्का मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य ब्यवस्था नाम का कोई चीज नहीं है। आज भी लोग झुग्गी झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर हैं, शिक्षा के नाम पर प्राथमिकी विद्यालय और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नहीं है। कहीं कहीं आंगनबाड़ी केंद्र है भी तो दम तोड़ते नजर आ रहा है। पेयजल योजना का लाभ भी अधिकांश दलितों के टोल में नसीब नहीं हो सका है। राशन भी पांच किलो के जगह चार किलो मिल रहा है। समाजिक सुरक्षा पेंशन में भी मनमानी और धांधली है। इस संबंध में परता पंचायत के कोदईल, देउरा, महशु पंचायत के जौडा, करम डीह के दलितों ने बताया कि आज तक हम लोग भरोसा और विश्वास पर वोट देते रहे लेकिन चुनाव जितने के बाद कोई भी विधायक झांकी तक नहीं मारते हैं। हमलोग बद से बद्तर स्थिति में जीने के लिए लचार है। किसी तरह खट कमाकर गुजारा कर रहे हैं। लेकिन जो लोग दलित के नाम पर विधायक बन रहे हैं वे अपना विकास में लगे हुए हैं। इस संबंध में करम डीह के दलितों में गुस्सा इस कदर है कि वे दो टुक में कहे कि 10 साल से राजेश राम विधायक हैं और हम लोग उन्हें वोट देते हैं। लेकिन राजेश राम हमलोग को पहचानते भी नहीं हैं। इस बार यदि चुनाव में वोट मांगने आएंगे तो हमलोग भी उन्हें नहीं पहचानेंगे।