मानदेय के लिए छः वर्षों से भटक रहे कुर्मी ने जिलाधिकारी से लगाया गुहार

नवादा खबर सुप्रभात समाचार सेवा

नवादा जिले में पंचायती राज का हाल बिल्कुल बेहाल है। पंचायत सरकार भवन की देखरेख कर रहे कर्मियों को पिछले पांच से अधिक वर्षों से मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है,जो संविधान के घोर विरोध व अपमान है । शिकायत को लेकर पीड़ित कर्मी समाहर्ता से हुए मानदेय भुगतान की गुहार लगायी है। इसके लिए सभी संघर्षरत हैं।


मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र से जुड़ा है। सांढ मंझगांवा पंचायत सरकार भवन की देखरेख के लिए आमसभा द्वारा आयोजित बैठक में चन्द्रिका चौधरी के पुत्र शिवनन्दन चौधरी की नियुक्ति सर्वसम्मति से की गई थी। उन्होंने न केवल बजाप्ता योगदान दिया,बल्कि पूरी तन्मयता के साथ अपनी ड्यूटी निभाते आ रहे हैं। बावजूद मुखिया व पंसचिव द्वारा अबतक मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने समाहर्ता को बजाप्ता आवेदन देकर बकाये मानदेय का भुगतान कराने की गुहार लगायी है। बता दें राशि के अभाव व अन्य कार्य नहीं करने के कारण परिवार वालों के समक्ष भोजन की समस्या उत्पन्न हो रही है तो दूसरी ओर बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। क्या यही सुशासन की राज व सरकार है ?