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नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड के पांडेय गंगौट के वीर योद्धा इंडियन आर्मी, देशभक्त सपूत मनीष कुमार की शहादत के तीसरे दिन भी एक ओर जहाँ सम्पूर्ण गांव व इलाके में मातम के साथ परिजनों का चीत्कार व करुण क्रंदन थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीं, दूसरी ओर शहीद मनीष के परिवार से मिलने वालों का ताँता लगा हुआ है। जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, राजनीतिक दलों के सक्रिय नेताओं-कार्यकताओं,समाज सेवियों और देशभक्तों का जमघट लगा हुआ है। मिलने व सांत्वना देने वालों का धारावाहिक क्रम जारी है।
कौआकोल प्रखंड के बीडीओ एवं सीओ सुबह से ही शहीद मनीष की दाह संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किये जाने की तैयारी,व्यवस्था तथा देखरेख के उदेश्य से ऊपरी आदेश के अलोक में पांडेय गंगौट में डेरा डाल रखा हैं।
इसी कड़ी में शहादत के तीसरे दिन तथाकथित जिले में सोहरत प्राप्त राजनीति के किंगमेकर सह क्षेत्रीय पूर्व चर्चित विधायक कौशल यादव अपने लम्बे काफिले के साथ करीब 11 बजे दिन में पांडेय गंगौट गांव पहुंच कर शहीद मनीष के रोते-बिलखते परिजन से भेंट कर ढाँढस बंधाया। इस संकट की घड़ी में हम सब आपके साथ हैं। कौशल यादव ने शहीद के पिता अशोक चन्द्रवंशी से कहा कि मनीष सिर्फ आपका ही बेटा नहीं ,बल्कि वो देश- समाज का भी बेटा था। उस पर पुरे देश-समाज को नाज व गर्व है। वह देश के लिए वीर गति प्राप्त कर अमर हो गया। देश के लिए अमूल्य कुर्बानी देकर भावी इतिहास के पन्नों में शहीदों की सूची में मनीष का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायगा। हमलोग आपकी सेवा और सहयोग में सदैव तत्पर व तैयार रहेंगे।
पूर्व विधायक कौशल यादव के साथ उनके काफिले में शैलेन्द्र यादव मुखिया,शैलेन्द्र यादव पैक्स अध्यक्ष, ओहारी पंचायत की मुखिया अवधेश कुशवाहा, मुनिलाल यादव, पूर्व जिला पार्षद नारायण स्वामी मोहन व महेंद्र सिंह,मुकेश सिंह रुपौ,सुबोध सिंह धनवां,कृष्ण कुमार प्रभाकर, संजय यादव आदि दर्जनों लोग शामिल थे। पांडेय गंगौट ग्राम पंचायत के सक्रिय व कर्मठ मुखिया दीपक कुमार समेत पुरे ग्रामीणों व इलाके वासियों ने जिला प्रशासन के साथ बिहार और केंद्र की डबल इंजन वाली सुशासन की सरकार से निम्न मांग तत्काल किया है :-
- पाण्डेय गंगौट में प्रवेश द्वार के पास शहीद मनीष कुमार की भव्य आदमकद प्रतिमा स्थापित करना। 2.पांडेय गंगौट प्रवेश द्वार से श्मशान घाट तक सड़क का पक्कीकरण कर शहीद मनीष पथ नामाकरण हो।
- नव निर्मित नगर परिषद नवादा कार्यालय का नाम शहीद मनीष भवन रखने की मांग की। 4.मनीष के नाम पर गांव में एक चिकित्सा केंद्र की स्थापना की जाय।
- शहीद मनीष के पीड़ित परिजन को सरकार प्रदत्त सुविधा और एक परिवार को नौकरी तत्काल दी जाय।
इस बीच रुपौ थानाध्यक्ष ललन राम ने बताया कि शव देर रात पहुंचने की संभावना है। शव पहुंचते ही शव यात्रा व राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराया जायेगा।