औरंगाबाद ख़बर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले के नबीनगर बाल परियोजना पदाधिकारी के कार्यालय में वर्षों से कार्यरत सुपरवाइजर सीमी दहिया पिता किशन दहिया आखिर कौन है और कहां का है अभी तक पहेली बना हुआ है। इस संबंध में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नबीनगर से लेकर जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री तक परता गांव निवासी व सामाजिक कार्यकर्ता आकाश कुमार द्वारा जांचोपरांत इस फर्जीवाड़ा को उजागर करने तथा वेतन मद्द के राशि लेकर जो सरकारी खजाने को चुना लगाया जा रहा है उसे रिकवरी कराने, फर्जीवाड़ा में संलिप्त लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने का गुहार लगा चुका है। लेकिन दुर्भाग्य है कि अभी तक इसका नहीं जांच हुआ और नहीं कारवाई हुआ। फलस्वरूप सीमी दहिया पिता किशन दहिया आखिर कौन है यह अभी तक रहस्य ( पहेली ) बना हुआ है। तथा एक गंभीर सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर फर्जी प्रमाण पत्र पर वर्षों से नबीनगर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के कार्यालय में सुपरवाइजर के नौकरी करने वाले सीमी दहिया पिता किशन दहिया के प्रति आखिर अधिकारी मेहरबान क्यों हैं? क्या इस फर्जीवाड़ा को छिपाने में कोई बड़ा राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है या फिर कोई और खिचड़ी पक रही है?