प्रयागराज से सुनील सिंह की ग्राउंड रिपोर्टिंग
समाज जीवन के विभिन्न आयाम यथा –धार्मिक, सामाजिक, संस्कृतिक क्षेत्र में अग्रसर अंतरराष्ट्रीय संगठन विश्व हिंदू परिषद् ,सनातन संस्कृति की रक्षक बहनों का संगठन दुर्गावाहिनी, स्वामी विवेकानंद के नूतन भारत का सपन

साकार करने के लिए सनातनी युवाओं की फौज बजरंग दल, छात्र जीवन में शील संस्कार चरित्र निर्माण के लिए समर्पित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, कठोर परिश्रम से आर्थिक सुदृढ़ भारत के निर्माण करने के लिए श्रमिक सेवा कर्मियों का विशाल संगठन भारतीय मजदूर संघ, बनवासी गिरीवासी समाज की आध्यात्मिक ऊर्जा का अक्षय भंडार वनवासी कल्याण केंद्र जैसे अनेक संगठन के निर्माण का पृथ्वी लोक पर सृष्टि की रचना के महान शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा का जीवंत चित्रण है –राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ! संघ प्रचारक अर्थात् कठोर साधना के मार्ग पर चलने वाले तपस्वियों की ऊर्जा का ही प्रतिफल है कि आज के वैश्विक वायुमंडल में भारत भारती की जय जयकार हो रहा है। विवेकानंद के नूतन भारत का स्वप्न साकार होता हुआ दिख रहा है। संघ ऊर्जा से अनुप्राणित देव दुर्लभ संगठन विश्व हिंदू परिषद् की आनुषंगिक इकाई भारतीय गौ वंश रक्षण संवर्धन परिषद का दो दिवसीय अखिल भारतीय अधिवेशन तीर्थराज प्रयाग की धरती पर संपन्न हुआ। भारतीय गौ वंश की नस्ल, भारत के अर्थतंत्र के लिए जीता जागता अर्थशास्त्र को चरितार्थ करने के लिए दो दिन का आयोजित इस अधिवेशन में अनेक प्रस्ताव लाए गए। तथा जमीनी स्तर पर प्रस्ताव को मूर्त रूप देने के लिए ब्लूप्रिंट को प्रारूपित करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। गौ वंश की रक्षा के लिए बलिदानियों की एक बड़ी फौज तैयार करने का कार्य भी युद्ध स्तर पर संपूर्ण भारतवर्ष में प्रारंभ कर दिया गया ।
तथा जय जवान जय किसान के साथ साथ-साथ गौ वंश पालक किसान को वैज्ञानिक ऋषि कि संज्ञा से विभूषित किया गया।