औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
बिहार में प्राथमिक कृषि साख सहयोग समितियों(पैक्स) के हो रहे चुनाव के प्रथम चरण में नामांकन के तीसरे और अंतिम दिन जेल से आकर देव के पूर्वी केताकी पैक्स के निवर्तमान अध्यक्ष उमेश यादव ने अपनी पत्नी शांति देवी का अध्यक्ष पद के लिए नामजदगी का पर्चा दाखिल कराया।
उधर जेल में बंद पैक्स अध्यक्ष की पत्नी शांति देवी अपने समर्थकों के साथ नामांकन करने औरंगाबाद के देव प्रखंड मुख्यालय आई। इधर न्यायिक आदेश पर निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष उमेश यादव जेल से निकलकर पुलिस की अभिरक्षा में हथकड़ी लगाए पहुंचे और पत्नी का नामांकन कराया। नामांकन के बाद उन्होने जोरदार भाषण भी दिया। कहा कि पिछले दो साल से वह जेल में बंद है। इसके बावजूद उन्होने पैक्स के सदस्य किसानों की सेवा में कोई कमी नही रहने दी है। जब जेल में नही थे तब उन्होने पैक्स के माध्यम से हर सदस्य किसान का धान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद कराया। साथ ही 24 से 48 घंटे के अंदर भुगतान भी कराया। आपकी सेवा में हरदम खड़ा रहा। आज जब जेल में हूं तो मेरा बेटा-भतीजा आपकी सेवा कर रहा है। कहा कि गलती इंसान से होती है। हो सकता है कि अनजाने में मुझसे कोई गलती हो गई होगी। इस गलती को मुझे भाई, भतीजा और बेटा समझ कर माफ करेंगे। मेरी ओर से आपकी सेवा जारी रहेगी। इस दौरान निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष का भाषण सुनकर उनकी पत्नी व बेटा-भतीजा भावुक हो उठे। दोनो फफक-फफक कर रोने लगे। उन्हे भीड़ में मौजूद लोगों ने सांत्वना देकर चुप कराया। वही निवर्तमान पैक्स अध्यक्ष द्वारा जेल से आकर नामांकन कराने के बारे में पूछे जाने पर औरंगाबाद मंडल कारा के अधीक्षक सुजीत झा ने बताया कि उमेश यादव हत्या और शस्त्र अधिनियम के एक मामले में जेल में बंद है। उन पर देव थाना में भादंवि की धारा 302, शस्त्र अधिनियम और अन्य सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी संख्या-29/2016 दर्ज है। औरंगाबाद के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश(एडीजे)-10 की अदालत ने उन्हे जेल से पत्नी के नामांकन में जाने की अनुमति प्रदान की गई है। इसी आदेश के आलोक में न्यायिक हिरासत और पुलिस अभिरक्षा में उन्हे नामांकन में शामिल कराया गया। इसके बाद उन्हे वापस जेल में लाया जा रहा है।