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विश्व पर्यावरण दिवस पर डा० शारदा शर्मा का लेख

औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा

आज के दिन पुरे विश्व में पर्यावरण दिवस मनाया जाता हैं ताकी आम जनता मे संदेश दिया जाय कि की पृथ्वी को सुरक्षित एवम रहने योग्य कैसे रखा जाए।मनवाधिकार फाउन्डेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0शारदा शर्मा ने बताया कि आज से 52 ( बावन वर्ष) पूर्व 5 ( पांच) जून 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा स्टॉकहोम सम्मेलन किया गया था और पर्यावरण संरक्षण का थीम रखते हुए विश्व पर्यावरण दिवस मनाने पर सहमती बनी थी।और पहली बार इस खास दिन को 5 जून 1974 को विश्व पर्यावरण दिवस के थीम,एक पृथ्वी,पर विश्व में पर्यावरण दिवस मनाया गया था।
विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य था कि पुरी दुनिया प्रदुषण से जुझ रही है,चाहे वायु प्रदुषण,वायुमंडलीय प्रदूषण,जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण या फिर ई वेस्ट से होने वाले प्रदूषण हो सभी से मुक्त करना था, लेकिन आज और ज्यादा ही प्राकृतिक से खिलवाड़ किया जा रहा है जिसका कारण है कि लोग बेहाल और दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। देश में बिगड़ते पर्यावरण में सरकार और जनता दोनों दोषी है। सरकार को रिवॉन्यू दिख रही है तो जनता को स्वार्थ और धड़ाले से पेड़ पौधे काटे जा रहे हैं और पहाड़ तोड़े जा रहे हैं तथा नदी से बालू निकल कर जल स्तर नीचे गिराए जा रहे हैं।आगे डॉ0शारदा शर्मा ने कहा कि औरंगाबाद जिले के जनता पीने को पानी को लेकर त्राहिमाम कर रही है तो वही श्री सिमेंट फैक्ट्री जमीन से पानी निकाल कर अपनी फैक्ट्री में उपयोग कर रही है साथ ही पूरे जिला को प्रदुषित कर रही है और न इस पर जिला प्रशासन और न ही सफेद पोस नेता,मंत्री ही सुधी ले रहे हैं।मैने सुधार के लिए NGT को लिखा है और सारे विभाग को लिख रहा हूं।आगे डॉ0शारदा शर्मा ने कहा कि अगर हम सभी को जीवित रहना है और आने वाले पीढ़ियों को सुरक्षित रखना है तो सपथ ले की प्रत्येक व्यक्ति 5 पांच पांच पेड़ अवश्य लगाएंगे।