जहानाबाद से रणजीत कुमार का रिपोर्ट
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार की युवा इकाई प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ जहानाबाद के द्वारा घोषी प्रखंड के परावन पंचायत के एक गांव में अनाथ एवम असहाय बच्चों की सहायता करने के लिए युवा इकाई के सदस्य उन बच्चों तक पहुंचे। अनाथ बच्चों की बदहाली और दुर्दशा पर संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक समाज में अनाथ बच्चे बेघर अपनी जिंदगी को बचाने के लिए कठिन संघर्ष कर रहे हैं ऐसी स्थिति में भी इस ओर प्रशासन और जन प्रतिनिधि का ध्यान नहीं गया यह बहुत ही दुखद और संवेदनहीनता का

परिचायक है। गायत्री परिवार के प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ के सदस्यों ने बच्चों के प्रति ममता का भाव प्रकट करते हुए ग्रामीणों से उनके पुनर्वास कार्यक्रम को बेहतर ढंग से करने के लिए विचार विमर्श किया। इस दौरान अनाथ बच्चों को 11555 रुपए नगद राशि के सहयोग के अलावा चारो बच्चों को एक एक कंबल प्रदान किया गया। इन अनाथ बच्चों की निरंतर पढ़ाई को जारी रखने के उद्देश्य से पाठ्यपुस्तक, कॉपी, कलम एवम दुसरे स्टेशनरी जल्द ही उपलब्ध कराने का भरोसा भी गायत्री परिवार के युवा प्रकोष्ठ द्वारा दिया गया।
इस दौरान उपस्थित जनसमूह के बीच मानवता और राष्ट्र सेवा के क्षेत्र में गायत्री परिवार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम की जानकारी भी लोगों को दिया गया। बताया गया कि युवा प्रकोष्ठ द्वारा जिले में कई अभियान चलाये जाते हैं जिसमें वृक्षारोपण अभियान,गायत्री यज्ञ,दीप महायज्ञ, नशा उन्मूलन, सफाई अभियान आदि उल्लेखनीय है। समाज सुधार और पर्यावरण संरक्षण अभियान से अलग पीड़ित मानवता की सच्ची सेवा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उन बच्चों से मिलकर उन्हें अपेक्षित सहयोग करने एवं समाज के मुर्द्धन्य लोगों, जिला प्रशासन से अपेक्षित सहयोग की गुहार भी लगाई है।
युवा प्रकोष्ट के सदस्यों द्वारा बताया गया कि गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी कहा करते थे कि वर्तमान समय की सबसे बड़ी सेवा पीड़ित मानवता की सेवा है।किसी व्यक्ति के आंसू पोछने का कारण भी हम बन सकते हैं। उन्हीं के बताये रास्तों पर चलते हुए आज युवा प्रकोष्ठ के सदस्य रविवार को अनाथ बच्चों से मिलने उनके घर पहुंचे। युवा प्रकोष्ठ के सदस्यों ने ग्रामीणों के समक्ष बच्चों के प्रति सहानुभूति और संवेदना प्रकट करते हुए भरोसा दिलाया कि पीड़ित एवं अनाथ इन बच्चों के साथ गायत्री परिवार कदम से कदम मिलाकर तब तक चलता रहेगा जब तक कि वे सभी बच्चे बालिग होकर कुछ आजीविका की व्यवस्था न बना लें।
इस अवसर पर गायत्री परिवार के हरीजी,रंगेश कुमार, बचन देव कुमार, श्यामनारायण कुमार, कौशल कुमार, रंगनाथ शर्मा, दीपक कुमार, सुनील पाण्डेय,सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमान्डेंट विभूति कुमार सिंहा एवं सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।