आलोक कुमार संपादक सह निदेशक खबर सुप्रभात
आरा में एक अजीबो – गरीब मामला सामने आया है। यहां जेल में बंद जदयू विधान पार्षद राधाचरण साह को भोजपुर में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बनाया गया है। इससे संबंधित आमंत्रण पत्र भी सामने आ गया है। जबकि पिछले दिनों उनको ईडी ने गिरफ्तार किया
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था। उसके बाद जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए आमंत्रण पत्र में जदयू एमएलसी का नाम लिखा गया है। जिसके बाद इसको लेकर कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है। जेल में बंद एम एल सी को सरकारी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बनाए जाने के अलावा औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत परता में फर्जी ग्राम सभा आयोजित कर
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पंचायत में विकास के नाम पर योजना मद्द के राशि में भारी बंदरबांट के शिकायत ग्रामीणों के द्वारा बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री, औरंगाबाद के जिला अधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी तथा कुटुम्बा के प्रखंड विकास पदाधिकारी से किया गया। शिकायत के आलोक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी जांच के नाम पर लीपापोती और दोषियों के बचाव पक्ष में जुट गए हैं। तथा
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जांच के बाद जो उन्होंने एक सोशल मीडिया को जिस तरह से जानकारी दी है उससे अस्पष्ट होता है कि जांच महज खानापूर्ति था और वे लूट तंत्र को बढ़ावा दे रहे हैं। औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा प्रखंड में ही भलूवाडी खुर्द प्रा०विद्यालय मे फर्जी प्रमाण पत्र पर नियोजित शिक्षिका का बहाली का शिकायत निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अलावे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के० के ० पाठक, औरंगाबाद के जिलाधिकारी तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी से की गई है लेकिन महिना दिन में भी अभि तक कोई परिणाम सामने नहीं आया है जबकि फर्जी प्रमाण पत्र अस्पष्ट झलक रहा है। उपरोक्त सभी बिंदुओं पर यदि गौर किया जाए तो जाहिर होता है कि प्रदेश में तथा कथित सफेद पोश जनप्रतिनिधियों – अधिकारियों तथा चाटुकारों का एक संगठित गिरोह सक्रिय है तथा बिहार में बहार है नितीश कुमार है का ढिंढोरा पिटा जा रहा है। जबकि असलियत तो यह है कि बिहार में अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों एवं दलालों का बहार है तथा विकास योजनाएं तथा आम जनता भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ कर दम तोड रही है और सरकार के खज़ाना को चुना लगाया जा रहा है।