पटना संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा
18 सितम्बर (शुक्रवार) को पटना के केदार भवन में केंद्रीय श्रमिक संगठन और संयुक्त किसान मोर्चा की संयुक्त राज्यस्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक में अखिल भारतीय मजदूर किसान संयुक्त सम्मेलन द्वारा घोषित 3 अक्टूबर 2023 और 26-27-28 नवंबर के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की गई। 24 अगस्त को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रमिक संगठनों के द्वारा अखिल भारतीय मजदूर किसान संयुक्त राष्ट्रीय सम्मेलनका आयोजन किया गया था।

इस सम्मेलन में किसानों और मजदूरों की एकजुटता में राष्ट्रव्यापी कार्रवाई का आह्वान भी किया गया था। सम्मेलन द्वारा लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार के खिलाफ 3 अक्टूबर को काला दिवस, 26-27-28 नवंबर को सभी राज्य राजधानियों में राजभवन के सामने महापड़ाव, और दिसंबर-जनवरी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। बैठक में 3 अक्टूबर 2023 को किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों की संयुक्त करवाई में बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार को चिन्हित करते हुए विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए 28 सितंबर तक सभी जिलों में किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों की संयुक्त बैठक के आयोजन का निर्देश जारी किया गया। संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रमिक संगठनों के राष्ट्रीय आह्वान पर 26-27-28 नवंबर को पटना में तीन दिवसीय किसान मजदूर महापड़ाव आयोजित करने का निर्णय भी लिया। इन कार्यक्रमों की क्रियान्वयन के लिए किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों की एक संयुक्त तैयारी समिति का गठन किया गया। तैयारी समिति में गणेश शंकर सिंह, गजनफर नवाब, आरएन ठाकुर, सूर्यकर जितेंद्र, चंद्र प्रकाश सिंह, विनोद कुमार, राजेंद्र पटेल, नंद किशोर सिंह, ऋषि आनंद और उदयन राय शामिल हैं। तैयारी समिति की पहली बैठक 22 सितंबर 2023 को 2 बजे से सीटू कार्यालय, जमाल रोड, पटना में होगी। आज की बैठक की अध्यक्षता गणेश शंकर सिंह और रामबृक्ष राम ने की। बैठक में सेंट्रल ट्रेड यूनियन से ऐटक के अजय कुमार, सिटू के गणेश शंकर सिंह और अनुपम कुमार, एआईयूटीयूसी के सूर्यकर जितेंद्र, और किसान संगठनों से अखिल भारतीय किसान महासभा के उमेश सिंह और राजेंद्र पटेल, बिहार राज्य किसान सभा (जमाल रोड) के संजय कुमार, अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा के नंद किशोर सिंह, जय किसान आंदोलन के ऋषि आनंद और जानकी भगत, जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय के उदयन राय, ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के मणिकांत पाठक, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के रामबृक्ष राम, क्रांतिकारी किसान यूनियन के मनोज कुमार, जल्ला किसान संघर्ष समिति के मनोहर लाल, बिहार किसान समिति के पुकार, ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के जमीरुद्दीन और प्रमोद कुमार, और किसान संघर्ष समिति के जवाहर निराला शामिल थे।