अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
जन हुंकार मंच के तत्वावधान में ऑनलाइन कविता पाठ का चौथा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर अलखदेव प्रसाद’अचल’ की, जबकि कार्यक्रम का संचालन युवा कवि जितेंद्र कुमार चंचल ने किया। कार्यक्रम के समीक्षक मशहूर ग़ज़लकार नवादा से जुड़े समदर्शी अशोक रहे। कविता पाठ का आगाज करते हुए गया से जुड़े मशहूर शायर खालिक हुसैन परदेशी ने समाज में प्रेम मोहब्बत पर जोर देते हुए सुनाया कि ‘कुछ सुमन प्रेम के

मन में भी खिला कर देखो । दीप घृणाओं के हृदय में बुझा कर देखो ।। ‘ उत्तर प्रदेश से जुड़े बृजभवन मौर्य इंकलाब ने आज के हालात पर कवियों को लिखने पर ओर जोर देते हुए कहा ‘लिखने की आदत तुझको निबलों की आजादी लिख। हर घर में कलम किताबें सेवा दादा-दादी लिख ।। ‘वाराणसी से जुड़े डॉक्टर बख्तियार नवाज ने गजल की विशेषताओं को सुनाते हुए कहा ‘अल्फाज में मानी का दफ्तर समेट लो । मुमकिन जो हो गजल में समुंदर समेट लो। ‘मसौढ़ी पटना से जुड़े चर्चित गीतकार धर्मेंद्र कुमार ने मगही गीत में गांव की दशा को दर्शाते हुए सुनाया ‘फूटल भाग हो,फूटल भाग हो टूटल समाज, देशवा के होलई विनाश गंउवां के फूटल भाग।’
प्रो.अचल ने आज के सत्ताधारी नेताओं पर व्यंग्य करते हुए कहा कि ‘कहता था मेरा जो सेवक, बांगला आलीशान लिया है।’ कविता पाठ में जहां डॉक्टर राजेश कुमार विचारक जितेंद्र कुमार अंचला ने अपनी प्रस्तुति दी। वही इस कार्यक्रम में शिक्षक अंबुज कुमार पत्रकार डॉ सत्यदेव सिंह, गीतकार समुंदर सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।