जहानाबाद से रणजीत कुमार का रिपोर्ट
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार मखदुमपुर के द्वारा खलकोचक ग्राम में गौतम कुमार एवं रिभा कुमारी के प्रथम विवाह दिवस के अवसर पर गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र एवं अन्य वैदिक मंत्रों से आहुति देकर नवदंपत्ति के उज्ज्वल भविष्य एवं मंगलमय जीवन की कामना की गई।इस कार्यक्रम में गायत्री परिवार के प्रखंड समन्वयक रंजीत कुमार एवं कृष्णवल्लभ शर्मा ने

बताया कि परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने कहा है कि विवाह सिर्फ दो शरीर का मिलन ही नहीं बल्कि दो आत्माओं का मिलन होता है। विवाह दिवस के अवसर पर विवाह के समय लिए गए संकल्प को दुहराया जाता है तथा एक वर्ष में हुये त्रुटि की पुनरावृत्ति न हो तथा जीवन यज्ञमय बनें।यह संकल्प पुनः दुहराया जाता है। विवाह दिवस मनाने का मूल उद्देश्य यही है।आज समाज में दाम्पत्य जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याएं आ रही हैं और दाम्पत्य जीवन सुखमय न होकर दुखमय बनता चला जा रहा है।तलाक जैसी अमानवीय घटनाओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है।ऐसे समय में विवाह दिवस मनाने की परंपरा का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि एक स्वस्थ एवं सफल परिवार ही एक अच्छे एवं संस्कारी समाज का निर्माण कर सकता है। परिवार ही समाज एवं राष्ट्र की नींव होती है। गायत्री परिवार के द्वारा सभी प्रकार के संस्कार निःशुल्क कराये जाते हैं।इस अवसर पर दर्जनों लोग यज्ञ हवन में भाग लेकर नवदंपत्ति के उज्ज्वल भविष्य एवं मंगलमय जीवन की कामना के साथ यज्ञ भगवान को आहुति प्रदान किए।