अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले में इन दिनों बिजली का अघोषित कटौती धड़ल्ले से हो रहा है। लगातार पड़ रहे भीषण गर्मी से लोगों को जीना मुहाल हो गया है। एक तरफ़ भीषण गर्मी से नागरिक परेशान हैं वहीं बिजली के अघोषित कटौती से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बिजली विभाग के

अधिकारियों व कर्मियों से उपभोक्ताओं को झूठी जानकारी मिलने से लोगो में आक्रोश बढ़ते जा रहा है जो कभी भी फुटकर सड़क पर उतर सकता है। बता दें कि भीषण गर्मी और अघोषित बिजली कटौती से परेशान उपभोक्ता जब बिजली विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के लिए संपर्क किया जाता है तो बताया जाता है कि अभी काम चल रहा है इसलिए बिजली कटी हुई है जब एक विद्युत कर्मी से संपर्क किया जाता है तो बताया जाता है कि 10-15मीनट में बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि बिजली का अघोषित कटौती के लिए जिम्मेवार आख़िर कौन है? उपभोक्ताओं का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों का लपरवाही और मनमानी अघोषित बिजली के लिए पूर्णतः जिम्मेवार है। उपभोक्ताओं को कहना है कि जब सरकार 24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा कर रही है तो आख़िर बिजली कटौती कैसे हो रहा है। बता दें कि अघोषित बिजली कटौती से आम नागरिक के अलावे पशुधन भी प्रभावित हो रहा है साथ साथ पढ़ने वाले बच्चों का पठन पाठन तथा कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहा है। बारुण विद्युत अवर प्रमंडल एवं नबीनगर विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल अंतर्गत डीहरा विद्युत फीडर एवं नबीनगर विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल के अंतर्गत वैरांव, महराजगंज तथा जमुवां विद्युत फीडर का लपरवाही ज़्यादा होने का आरोप उपभोक्ताओं से प्राप्त हो रहा है।