पटना संवाद सूत्र खबर सुप्रभात
वृहस्पतिवार को पटना में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बिहार के प्रमुख किसान संगठनों की राज्य स्तरीय बैठक संपन्न हुई। बैठक का मुख्य ऐजेंडा बिहार में किसान आंदोलन के विस्तार और आगामी कार्यक्रम पर चर्चा था। किसान नेताओं ने किसानों के मुद्दे

और किसान आंदोलन के विस्तार पर विस्तृत चर्चा की। किसान नेताओं ने न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, बिहार में कृषि मंडी की बहाली, सम्पूर्ण कर्ज मुक्ति, प्राकृतिक आपदाओं से फसल क्षति के लिए व्यापक एवं प्रभावी फसल बीमा योजना, किसान पेंशन, कृषि भूमि के अधिग्रहण, बिजली और तेल की कीमत में बढ़ोतरी के साथ मजदूरों और आम नागरिकों के मुद्दों पर बात रखी। बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य, कृषि मंडी की बहाली, खाद्य सुरक्षा और अन्य किसान, मजदूर, और आम नागरिकों के मुद्दों पर जून के तीसरे हफ्ते में पटना में विशाल किसान सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस सम्मेलन से बिहार में किसान आंदोलन का बिगुल फूंका जायेगा। इस सम्मेलन को आयोजित करने के लिए एक छः सदस्यों की तैयारी कमिटी बनाई गई। इस कमिटी में विनोद कुमार, उमेश सिंह, ऋषि आनंद, नंद किशोर सिंह, वी वी सिंह और उदयन राय को शामिल किया गया। किसान नेताओं ने अगले छः माह के लिए बिहार में किसान आंदोलन को सशक्त करने और किसानों के मुद्दों को उठाने के लिए कार्यक्रमों का खाका तैयार किया। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, बिहार की अगली बैठक 11 मई को पटना के जमाल रोड स्थित किसान सभा कार्यालय में 11 बजे से करने का निर्णय लिया गया। बैठक में किसान महासभा के राजाराम सिंह, उमेश सिंह और राजेन्द्र पटेल, किसान सभा (जमाल रोड) के विनोद कुमार, एआईकेएमकेएस के अशोक बैठा और नंद किशोर सिंह, एआईकेएमएस के रामबृक्ष राम, जय किसान आंदोलन के ऋषि आनंद, एआईकेकेएमएस के मणिकांत पाठक, एनएपीएम के उदयन राय, क्रान्तिकारी किसान यूनियन के मनोज कुमार, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के वी० वी० सिंह, सहित अन्य वरिष्ठ किसान नेता शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता विनोद कुमार ने की।