आलोक कुमार संपादक सह निदेशक खबर सुप्रभात
देश में पीएम नरेन्द्र दामोदरदास मोदी के मिशन 2024 यानी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का रास्ते में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश चन्द्र चूड़ का लगातार हो रहे फैसला से केन्द्र सरकार को चौंका दिया है और भाजपा व पीएम मोदी का मिशन 2024का मंजिल में कांटे दिखने लगा है। यदि पिछले 9से 10बर्षो का घटनाक्रम पर नजर डालें तो सबसे पहले

पीएम मोदी भाजपा के शीर्ष व संस्थापक सदस्यों में एक लालकृष्ण आडवानी को किनारा लगाया इतना ही नहीं आडवाणी के तरह अनेकों नेताओं को भाजपा में किनारा लगाया तथा अभी भी अनेकों भाजपा के शीर्ष किनारा लगते दिख रहे हैं और पीएम मोदी इस तरह पार्टी पर अपना कब्जा जमा लिया।जब नरेंद्र दामोदर दास मोदी पीएम बने तो सबसे पहले मिडिया पर नियंत्रण करना शुरू किया और अडानी को आगे कर कारपोरेट जगत को अपने हाथों में करने का प्रयास किया तथा इसमें बहुत हद तक सफलता भी रहे। फिर वे न्यायपालिका में अपना प्रभाव बढ़ाने लगे और की अहम फैसले जैसे राफेल और अन्य फैसले करवाया। बदले में अवकाश प्राप्त कर चुके कई न्यायधीशों को अहम पदों पर किसी को गवर्नर तो किसी को राज्य सभा का सांसद बनवाया। लेकिन अब एक इमानदार मुख्य जस्टिस चन्द्र चूड़ का लगातार एक से एक फैसले से पीएम मोदी और भाजपा का धड़कन तेज हो गया है। 12लाख करोड़ मामले में अडानी का जांच कराने के लिए तथा जेपीसी बनाने के लिए पीएम मोदी तैयार नहीं थे लेकिन जब जस्टिस चन्द्र चूड़ के आदेश पर जांच कराना आवश्यक समझा गया तो जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने बंद लिफाफे में जांच कमेटी के सदस्यों का सुची भेजा गया जिसे जस्टिस चन्द्र चूड़ ने हिम्मत और साहस दिखाते हुए उसे फाड़ दिया तथा नया सुची का पैनल बनाया गया इतना ही नहीं मुख्य चुनाव आयुक्त का नियुक्ति मामले में भी आदेश दिया कि मुख्य चुनाव आयुक्त के नियुक्ति अकेले पीएम नहीं बल्कि विपक्ष का नेता मुख्य सचिव और पीएम के संयुक्त कमिटी द्वारा चुनाव आयुक्त का नियुक्ति होगा। महाराष्ट्र में ईडी और सीबीआई के मदद से शिवसेना को तोड़कर सरकार गिराने के मामले में भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगा और दुध का दुध और पानी का पानी होते दिख रहा है तथा महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के प्रति आम लोगों का जहां सहानुभूति दिखाते मील रहा है वहीं भाजपा तथा पीएम मोदी का पोल खुलने का उम्मीद जताया जा रहा है। कांग्रेस तथा कांग्रेस के शीर्ष नेता पवन खेड़ा के असम पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने और चीफ जस्टिस द्वारा पवन खेड़ा को तत्काल जमानत देते हुए असम पुलिस के प्रति प्रतिक्रिया ब्यक्त करने से भी समझा जा रहा है कि पीएम मोदी और भाजपा का मिशन 2024का रास्ते में एक इमानदार चीफ जस्टिस चन्द्र चूड़ का लगातार फैसला से कांटे भरे राह साबित हो रहा है।