आलोक कुमार, संपादक सह निदेशक खबर सुप्रभात
देश के जानेमाने समाजवादी नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का बृहस्पतिवार को 75बर्ष में निधन हो गया। उनके निधन का जानकारी बेटी सुभाषिनी ने ट्यूटर से देते हुए कही कि नहीं रहे मेरे पिता शरद यादव। पूर्व केंद्रीय मंत्री समाजवादी नेता व जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के निधन का खबर से अचानक पुरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। सत्तापक्ष से लेकर विपक्षी दलों में भी उनके चाहने वाले शोक में डुब गए। शरद यादव पहली बार मध्य प्रदेश के जबलपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने तथा 1989 में केन्द्रीय मंत्री बने फिर अटल सरकार में भी वे केन्द्रीय मंत्री बने। 1990 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाने में भी अहम किरदार के रूप में

भूमिका निभाए थे और लालू प्रसाद यादव को अपने खेमे में लाकर तीन वोटों से रामसुंदर दास पर बढ़त बनाकर लालू प्रसाद मुख्यमंत्री बने थे। लालू प्रसाद के बदले रामसुंदर दास को तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह मुख्यमंत्री बनाने के पक्षधर थे लेकिन शरद यादव ने रामसुंदर दास के बदले लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाने में सफल रहे थे। बाद में राजनैतिक उठा पटक के बीच शरद यादव जदयू में शामिल हो गए और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।