औरंगाबाद से अधिवक्ता शतीश स्नेही का रिपोर्ट
नेशनल एंटी करप्शन ऑपरेशन कमेटी ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों के द्वारा स्वामी विवेकानंद की 160 वी जयंती के उपलक्ष पर शहर के राज नारायण सिंह पार्क में संगोष्ठी सभा एवं दीप उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभी लोगों ने विवेकानंद के तैल चित्र के ऊपर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनकी कृतियों को स्मरण किया, महान विभूति के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नेशनल एंटी करप्शन के बिहार प्रदेश प्रभारी आदित्य श्रीवास्तव ने बताया कि युग प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कार, संस्कृति को भारत के गुलामी काल में भी शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में अपने प्रखर व ओजस्वी वचनों से भारत की पहचान स्थापित की थी। आज हर युवा वर्ग को विवेकानंद चरितार्थ ओ को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है तभी एक अच्छे राष्ट्र की निर्माण का कल्पना की जा सकती है, ऐसे महान विभूतियों के बारे में हर युवा वर्ग को उनके इतिहास को जानने की जरूरत है। अधिवक्ता सतीश स्नेही ने कहा हमें अगर जीवन में उच्च लक्ष्यों पर पहुंचना है, तो विवेकानंद के बताए कठिन मार्गों पर चलना होगा, एवं उनकी जीवनशैली

को अपने जीवन में उतारने होगा। महाराणा प्रताप सेवा समिति के पूर्व सचिव अनिल कुमार ने कहा किछोटी उम्र से ही स्वामी विवेकानंद को अध्यात्म में रुचि हो गई थी। पढ़ाई में अच्छे होने के बावजूद भी 25 साल की उम्र में उन्होंने अपने गुरु से प्रभावित होकर सांसारिक मोह माया त्याग दी और संन्यासी बन गए। संन्यास लेने के बाद उनका नाम विवेकानंद पड़ा। स्वामी विवेकानंद ने 1897 में कोलकाता में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। वहीं 1898 में गंगा नदी के किनारे बेलूर में रामकृष्ण मठ की स्थापना भी की थी। इस मौके पर ओम प्रकाश ,निखिल सिंह रणबीर सिंह ,विक्रांत मुखिया राहुल सिंह ,अमन कुमार ,संतोष राणा अन्य कई लोग मौजूद थे।