आलोक कुमार केन्द्रीय न्यूज डेस्क खबर सुप्रभात
औरंगाबाद के पुलिस कप्तान कांतेश मिश्रा ने पुलिस महकमा में फेर बदल कर विधि ब्यवस्था संधारण विभिन्न कांडों के त्वरित निष्पादन करने का प्रयास करने का संकेत दिये हैं। लेकिन सवाल यह है कि जिले में पुरी तरह से बिगड़ चुके विधि व्यवस्था क्या मात्र पुलिस महकमा में फेर बदल कर देने से सुधर जायेगा? जिले में जिस तरह आए दिन हत्या, लूट और बेलगाम हो रहे अपराधियों का मनोबल प्रकाश में आ रहा है और इसे रोक पाने में पुलिस प्रशासन पूर्णतः असफल हो रही है यहां तक कि जिले के विभिन्न थानों में पीड़ीत व्यक्ति प्राथमिक दर्ज कराने के लिए चक्कर लगाता हो उसके बावजूद प्राथमिक दर्ज नहीं हो पाता है तो जिले में विधी ब्यवस्था संधारण और कांडों का त्वरित निष्पादन मात्र दिवा स्वप्न ही साबित होगा। जानकारी के अनुसार बारूण थानाध्यक्ष कमलेश पासवान को गोह के नए थानाध्यक्ष बनाए गए है। वहीं गोह थानाध्यक्ष शमीम अहमद को बारूण के नए थानाध्यक्ष बनाएं गए। इस दौरान जहां कमलेश पासवान ने कुछ ही महीनों पहले बारूण की कमान संभाली थी। वहीं शमीम अहमद गोह थाना में करीब 23 महीनों से पदस्थापित थे। इनके स्थानांतरण पर पुलिस अधीक्षक ने उम्मीद जताई है कि दोनों विधि व्यवस्था को बनाए रखने यथा विभिन्न कांडों के त्वरित निष्पादन में अपनी महत्वपूर्ण योगदान देंगे। ताकि थाना क्षेत्र में अमन व शांति कायम हो
सके ।यह कार्रवाई पुलिस महकमें में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। गौरतलब कि दो दिन पूर्व देवकुंड थानाध्यक्ष बिपिन बिहारी सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। उनकी जगह अंबा थाना में पद स्थापित एसआई सुबोध कुमार सिंह को देवकुंड थाना की जिम्मेदारी दी गई हैं। इस तरह पुलिस कप्तान जिले में विधी ब्यवस्था संधारण एवं कांडों का त्वरित निष्पादन करने का प्रयास तो किये हैं लेकिन अपराधियों, माफियाओं तथा उद्देश्य एवं कर्तव्यों से भटक चुके पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध कानून एवं विधी संवत कारवाई करने में विफल साबित हो रहे हैं फल स्वरूप विधि ब्यवस्था संधारण एवं कांडों का त्वरित निष्पादन मात्र कोरे कल्पना साबित होने के अलावे और कुछ नहीं है।