औरंगाबाद, खबर सुप्रभात
औरंगाबाद जिले के दाउदनगर अनुमंडल मुख्यालय में पीतल उद्योग सरकारी उपेक्षा के कारण आज दम तोड रहा है। पीतल उद्योग में लगे कारीगर और मजदूर आज आर्थिक संकट से जुझ रहे हैं तथा उनके समक्ष रोजी रोटी के गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। फल स्वरूप कारीगर और मजदूर दुसरे प्रदेशों में राजी रोजगार के लिए पलायन करने लगे हैं। उल्लेखनीय है कि दाऊद नगर में सैंकड़ों पूर्व से पीतल के बर्तन बनाने का कुटीर उद्योग से सैंकड़ों लोगों को रोजी रोजगार घर पर ही उपलब्ध हो जाया करता था। यहां बनने वाले पीतल का बर्तन का गुणवत्ता काफी ख्याति प्राप्त था। बिहार के अलावे दुसरे राज्यों में भी दाउदनगर से पीतल का बर्तन का मांग होता था। परंतु इन दिनों सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहे पीतल उद्योग बंद होने लगे हैं और इस धंधा से जुड़े कारीगर और मजदूर रोजी रोटी के लिए दुसरे प्रदेशों में पलायन करने लगे हैं। इस संबंध में कारीगरों को कहना है कि सरकार द्वारा यदि सस्ते ब्याज दर पर पूंजी उपलब्ध कराती है तो फिर से पीतल उद्योग पहले के तरह गुलजार हो जायेगा तथा पुनः यहां का बने पीतल का बर्तन का मांग बिहार के अलावे दुसरे राज्यों में बढ़ जायेगा। लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है फलस्वरूप पीतल उद्योग के अस्तित्व समाप्त होते जा रहा है