वेद प्रकाश , खबर सुप्रभात
सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान चला रही है । लेकिन अभियान केवल मिडिया में ब्यान तक ही सीमित दिखाई पड़ रहा है। सरकार के पैरोकार तो यह प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं कि सरकार महिलाओं के सुरक्षा के प्रति गंभीर है लेकिन सच्चाई कुछ और ही बाया कर रहा है। बता दें कि आज भी आए दिन किसी न किसी क्षेत्रों में महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा का घटना प्रकाश में आ रहा है और इसे रोक पाना तो दूर आरोपितों को पकड़ने में भी पुलिस

या तो असफल साबित हो रही है या फिर इसके प्रति उदासीनता बरत रही है। इसी तरह एक मामला रोहतास जिला में बिक्रम थाना क्षेत्र से प्रकाश में आया है। बता दें कि एक विवाहिता नेहा कुमारी अपने ससुराल वालों के द्वारा दहेज के लिए 11 अगस्त को बली चढ़ गई और अपना जान गंवा दी । मामले को लेकर उसके पिता के द्वारा बिक्रम थाना में 13 अगस्त को सिकायत करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है जिसका प्राथमिकी संख्या 374 /22 दर्ज कराते हुए ससुराल पक्ष को आरोपित बनाया है। लेकिन संवाद लिखे

जाने तक आरोपितों को पकड़ने में पुलिस पुरी तरह से बिफल साबित हुई है और अभी तक आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है । इस संबंध में जब खबर सुप्रभात प्रतिनिधि जानकारी के लिए बिक्रम थानाध्यक्ष के मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क करने का प्रयास किया तो संपर्क नहीं हो सका , जब रोहतास के पुलिस अधीक्षक से मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया गया और उनसे पूछा गया कि उक्त कांड के आरोपितों को अभी तक गिरफ्तारी हुई है अथवा नहीं के जबाब में

पुलिस अधीक्षक अनभिज्ञता जाहिर करते हुए बताये कि इस संबंध में थानाध्यक्ष ही जानकारी देंगे

जब सिकायतकर्ता और मृतक के पिता से इस संबंध में जानकारी के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने पुलिस कार्रवाई से असंतोष ब्यक्त की।