संवाद सहयोगी , खबर सुप्रभात
औरंगाबाद जिले में इन दिनों मानसून के साथ साथ बिजली भी किसानों को दगा दे रहा है। बता दें कि औरंगाबाद जिले में अभी तक बर्षा नहीं होने के कारण सुखाड़ जैसे हालात उत्पन्न हो गया है। जिले के सिंचित क्षेत्र ओबरा, दाउदनगर, गोह, हसपुरा में भी बर्षा नहीं होने से जहां किसानों को चिंता बढ़ा दिया है वहीं गैर सिंचित क्षेत्र जैसे रफीगंज , मदनपुर , देव, कुटुम्बा , नबीनगर में किसानों को धान के बिचड़ा बचाना आज के समय में एक चुनौती भरे कार्य सिद्ध हो रहा है। बता दें कि इन क्षेत्रों में सिंचाई का एक मात्र भरोसा बर्षा और बिजली से है। लेकिन अभी तक समय से बर्षा नहीं होने पर किसान जैसे तैसे बिजली के सहारे धान के बिछड़े तो खेतों में डाल दिये लेकिन अभी भी बर्षा नहीं होने और बिजली के आंखमिचौली तथा लगातार बिजली आपूर्ति बाधित रहने से किसानों को धान के बिछड़े मरने के कगार पर पहुंच गया है। बताते चलें कि इन क्षेत्रों में किसानों का प्रमुख फसल मक्का , अरहर, मडुवा सिंचाई के अभाव में पुरी तरह से नष्ट हो चुका है और यदि बिजली आपूर्ति इसी तरह बाधित रहा तो धान का बुवाई नहीं हो पायेगा और तब किसानों का धैर्य जवाब देने लगेगा और इसका गुस्सा जिला प्रशासन एवं बिजली बिभाग को सामना करना पड़ सकता है।