आजमगढ़ संवाद सूत्र, खबर सुप्रभात
आजमगढ़ :- लखनऊ सेफ सिटी परियोजना की भांति आज़मगढ़ जनपद को भी सेफ सिटी परियोजना में शामिल किया गया है। इसमें इंटीग्रेटेड स्मार्ट कंट्रोलरूम, पिंक बूथ, पिंक पेट्रोल, पिंक टॉयलेट, अँधेरे स्थानों पर प्रकाश की व्यवस्था, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बसों में सीसीटीवी/जीपीएस/ पैनिक बटन की व्यवस्था के साथ ही आशा ज्योति केंद्र का सुदृढ़ीकरण व शेल्टर होम की व्यवस्था भी सम्मिलित की गई है। यह कहना है उपनिदेशक / उपमुख्य परिवीक्षा अधिकारी महिला कल्याण, आजमगढ़ मण्डल ओंकार नाथ यादव का। महिला एवं बल विकास विभाग के तत्वाधान में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से सिविल लाइन स्थित होटल में आयोजित मंडल स्तरीय कार्यशाला में उपनिदेशक ने महिला एवं बाल विकास योजनाओं की मंडल स्तर की गतिविधियों व उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया गया कि आजमगढ़ मंडल में स्वावलम्बन कैम्पों के माध्यम से मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के 300, पति की मृत्युपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना के 225, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के 24 और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य 19 आवेदन स्वीकृत कराये गये। इसी क्रम में क़ानूनी जागरूकता शिविरों में लगभग 1100 व्यक्तियों को जागरूक किया गया। विशेष अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत दो माह के भीतर लगभग 300 नई पात्र बालिकाओं को लाभान्वित किया गया। हक़ की बात जिलाधिकारी के साथ कार्यक्रम के विभिन्न चरणों में 125 से ज्यादा महिलाओं ने प्रशासन के समक्ष सीधे अपनी समस्यायें रखीं और कार्यक्रम के दौरान ही उनका तत्काल निस्तारण किया गया। आजमगढ़ जनपद में वन स्टाप सेंटर 2018 से संचालित है,पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे पुलिस, चिकित्सीय,विधिक सहायता प्रदान की जा रही हैं। कुल 3574 महिलाओं और बालिकाओं को सहायता प्रदान की गई हैं। इस क्रम में 181 महिला हेल्प लाइन में कुल 19877 महिलाओं एवं बालिकाओं को सहायता दी गई। महिला पेंशन योजना में 118687 लाभार्थी हैं।
राज्य सलाहकार, महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग नीरज मिश्रा ने मिशन शक्ति की उपलब्धियों, गतिविधिओं व कार्ययोजना पर प्रकाश डाला। मंच संचालन मऊ के जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर सरोज ने किया। महिला कल्याण अधिकारी प्रीति उपाध्याय ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और निराश्रित विधवा पेंशन योजना के लाभार्थियों को सम्मानित करने में समन्वय स्थापित किया। खुली चर्चा सत्र में अधिकारियों से विस्तृत रूप से चर्चा कर बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया कैसे आसान हो सकती हैं समझाया गया, बाल विवाह रोकने तथा गरीब बच्चों को शिक्षित करने आदि सम्बन्धी सवाल किये गये।
्डायल करें हेल्पलाइन –
उपनिदेशक ने बताया कि मण्डल के अंतर्गत शिविर लगाकर योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते हुये उन्हें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, पति की मृत्यु के उपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना व 181, 112, 102,108, 1090, 1098 सहित समस्त हेल्पलाइन नंबर, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, वन स्टॉप सेंटर, महिला शक्ति केंद्र, चाइल्ड हेल्प लाइन योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। यदि कोई वांक्षित व्यक्ति मदद चाहता है तो इन हेल्पलाइन से मदद ले सकता है।
सीफार से राज्य आफिस से लोकेश कान्त त्रिपाठी ने संस्था के कार्यों और कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। मण्डल समन्वयक संजीव द्विवेदी ने आयोजन के अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर बीएल यादव, जिला प्रोबेशन अधिकारी, आजमगढ़, जिला प्रोबेशन अधिकारी बलिया मो. मुमताज,सीफार से मृदुला श्रीमाली,राहुल सिंह, जय प्रकाश तिवारी सहित महिला कल्याण विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।