अम्बुज कुमार , खबर सुप्रभात
मगध विश्वविद्यालय में सेसन लेट होने से छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है, इसका जिम्मेवार कौन हैं ये बातें मानवाधिकार फाउन्डेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 शारदा शर्मा ने बिहार सरकार से पुछा हैं। आगे डॉ0 शर्मा ने बताया कि स्नातक पार्ट टू का परिक्षा 2019 में हुआ था जिसका अभी तक परिणाम नहीं निकला है। मगध विश्वविद्यालय बिहार राज्य की सबसे बड़ी विश्वविद्यालय है और यहां 2010 से सेसन लेट चल रहा है जिसके कारण छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है बात करे स्नातक पार्ट वन सत्र 2020-23 पार्ट टू सत्र 2019-22 एवं पार्ट थ्री सत्र 2018-21 का अभी तक परिक्षा नहीं लिया गया है। छात्रों द्वारा लगातार कॉलेज एवं विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है। शिक्षा राज्य एवं देश के विकाश का अहम हिस्सा है और शिक्षा आम जनता का मौलिक अधिकार है।
आज शिक्षा व्यवस्था बिहार राज्य कि हद तक गिरकर निचले पायदान तक पहुंच गई है जिसको लेकर कॉलेज में पढ़ाई को लेकर उपस्थिति नगण्य के बराबर हो गया है सिर्फ़ परिक्षा के समय ही छात्र कॉलेज में दिखते हैं।
आज मगध विश्वविद्यालय में सेसन लेट होने के कारण बहुत से छात्रों का अच्छे विश्वविद्यालय में नामांकन कराने से बांचित हो गए तो कितनो छात्रों का नौकरी से बंचीत होना पड़ा। सवाल है कि इसका जिम्मेवार कौन हैं? और मगध विश्वविद्यालय का सेसन कब से नियमित होगा?