औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा प्रखंड में राजकीय मध्य विद्यालय परता में लगभग 15 दिनों से बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन योजना बंद है। इस संबंध में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को कहना है कि विद्यालय के सहायक शिक्षक अमोद सिंह बच्चों से नजायज पैसा भी वसुला जाता है और नहीं देने पर स्कूल से नाम काट देने और बाहर का रास्ता दिखाने का धमकी दिया जाता है। दर्जनों छात्रों को अभी तक खाता में पैसा इस लिए नहीं आया है कि नाजायज पैसा सहायक शिक्षक अमोद सिंह को नहीं दिये हैं।
जब संवाददाता द्वारा पुछा गया कि इसकी शिकायत प्रधानाध्यापक से क्यों नहीं करते हैं के जबाब में बताया कि सभी का मिली भगत है और हम लोगों को कहीं शिकायत करने पर धमकाया जाता है। प्रधानाध्यापक मो० क्यूम अंसारी से मामले में जानकारी के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया तो संपर्क नहीं हो सका।
जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डाक्टर यदुवंश यादव से संवाददाता ने पूछा तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहे कि पत्ता करेंगे, हो सकता है कि विद्यालय में चावल नहीं पहुंचा होगा। अब सवाल यह उठता है कि जब विद्यालय में लगभग 15 दिनों से मिड डे मील योजना बंद है और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनभिज्ञ हैं इससे साफ जाहिर होता है कि इसके लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भी दोषी है और उच्च स्तरीय जांच से सभी का मिली भगत प्रकाश में आयेगा कि सच्चाई क्या है। वैसे बताते चलें कि विद्यालय में आरजकता और शिक्षकों का मनमानी का खबर पूर्व में भी प्रसारित/ प्रकाशित होते रहा है और जांचोपरांत कारवाई करने तथा सुधार करने का आश्वासन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डाक्टर यदुवंश यादव द्वारा मिलते रहा है लेकिन परिणाम अभी तक सिफर है।