आलोक कुमार , केन्द्रीय न्यूज डेस्क ,खबर सुप्रभात।
पिछले दिनों समाहरणालय औरंगाबाद में अपर समाहर्ता आशीष कुमार ने बैठक कर आगामी 15 अगस्त को होने वाले झंडोत्तोलन कार्य क्रम का तैयारी के समीक्षा बैठक किते बैठक में अनेकों अधिकारी मौजूद थे जिन्होंने अपना अपना सुझाव दिए और अहम एवं महत्वपूर्ण गाइड लाइन जारी किया गया। कोबीड गाइड लाइन भी जारी किया गया है।

एक अन्य महत्वपूर्ण फैसला बैठक में लिया गया जो काफी महत्वपूर्ण फैसला है इस फैसला के अनुसार महादलित टोला में भी झंडोत्तोलन किया जायेगा। लेकिन इस फैसला से आजाद बिगहा जो कुटुम्बा प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत के आजाद बिगहा गांव महादलित टोला है वहां भी झंडोत्तोलन होगा या नहीं इसकी सर्वत्र चर्चा का विषय बना हुआ है।

बता दें कि आजाद बिगहा एक महादलित टोला है और यहां लगभग 30-35 घरों का आबादी है टोला का नाम आजाद बिगहा है लेकिन यहां के महादलितों को आजादी के 75 बर्षों में भी आजादी इन्हें चिडा रहा है। न सड़क न शिक्षा और चिकित्सा का ब्यवस्था और नहीं सरकारी योजनाओं का लाभ यहां के महादलितों को नसीब हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा मजदूरों को दो -तीन सालों से मजदूरी बकाया है और इन्हें मजदूरी भी भुगतान नहीं किया गया है। 8 मार्च 2022 को कुटुम्बा प्रखंड कार्यालय स्थित बहुदेशीय भवन में एक कार्यक्रम आयोजित कर यहां के 25 दलितों को भूमि का पर्चा अपने हाथों से जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के द्वारा दिया गया था लेकिन अभी तक इन दलितों को

अभी तक भूमि मुहैया नहीं कराया गया है। पर्चा वितरण समारोह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने समारोह में उपस्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को आदेश दिए थे कि भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध कराकर अविलंब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराया जाए । लेकिन लगभग अभी तक न तो भूमि उपलब्ध कराया गया और नहीं आवास उपलब्ध कराया गया सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात तो यह है कि यहां इन गरीबों को मनरेगा के तहत मजदूरी करने के बावजूद 2-3 सालों में भी मजदुरी का भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या सरकार और प्रशासन के स्तर से आजाद बिगहा महादलित टोला में भी इस वर्ष 15 अगस्त को झंडोत्तोलन किया जायेगा ? क्या आजादी का अमृत महोत्सव इस महादलित टोला में भी मनाया जायेगा? यह एक गंभीर चर्चा और बहस का विषय बना हुआ है।