केन्द्रीय न्यूज डेस्क खबर सुप्रभात सामाचार सेवा
खबर सुप्रभात के प्रधान संपादक सह निदेशक आलोक कुमार नें गया जी जिले के शेरघाटी कारागार से पत्र जारी कर पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद को बताया है कि मेरी गिरफ्तारी झुठा एवं फरेब है। मेरा दुर – दुर तक अपराध से कोई लेना – देना नहीं है। मेरी कलम सत्य, न्याय, इंसाफ और भष्टाचार के खिलाफ हमेशा से खबर के माध्यम से उठती रही है। 20

अगस्त ( बुधवार ) की रात्री 3:30 बजे गयाजी जिले के बाँके बाजार थाना के पुलिस एवं केन्द्रिय पुलिस बल मेरे घर औरंगाबाद जिले के अम्बा थाना क्षेत्र के ग्राम परता से सोये हुए अवस्था में गिरफ्तार कर लेती है। पुलिस द्वारा न तो कोई गिरफ्तारी वारंट ही दिखाया जाता है । और तो और साक्ष्य मिटानें हेतु मेरे घर में लगे सीसीटीवी का डीभीआर एवं वल्व भी पुलिस द्वारा खोल लिया जाता है। वाँके बाजार थाना लाकर कोई ‘ आलोक ‘ के नाम का केस था पुराना जिसमें मुझे गिरफ्तारी बताकर जेल भेजा गया। वह आलोक कौन है ? कहाँ का है ? उसका पता क्या है ? उसका उम्र, कद – काठी क्या रहा है ? कुछ नहीं थाने में पुलिस के पास है । उसी अज्ञात ‘आलोक ‘ के नाम पर पत्रकार ‘ आलोक कुमार ‘ को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। सूत्रों के हवाले से बताते चलें कि पत्रकार आलोक कुमार नें पत्र के माध्यम से पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद से न्यायिक जाँच करानें की गुहार लगायी है। साथ ही अपनें पुत्र, पुत्री, पत्नि की जान की हिफाजत करते हुए अपनें घर एवं सम्पति की रक्षा का गुहार भी लगाया है।