भारत -पाक का युद्ध विराम अमेरिका -पाक की रणनीति का एक शाजिश है ।

सुनील कुमार सिंह खबर सुप्रभात समाचार सेवा

पाकिस्तान का किरना हिल्स के सुरंग एवं बंकरों में पाकिस्तान का प्रमाणु बम छुपा कर रखा हुआ है।यह किरना हिल्स 68 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। काले पहाड़ के नाम से मशहुर इस किरना हिल्स में चीन से भी मिले वीपेन्स को छुपाकर रखा हुआ है। जवकि भारत नें सर्वोघा एयर बेस एवं ‘ नूर खान एयर वेस जो रावलपिंडी के ठीक पास हैं उनपर भारत नें एयर स्टाईक की थी। अमेरिका का परमाणु

सुनील कुमार सिंह,उप संपादक खबर सुप्रभात

सुरक्षा विमान .B 3… पाकिस्तान के उपर गुजरा था तथा पाकिस्तान में रुक कर न्यूक्लीयर खतरे से बचाने का काम किया था।पाकिस्तान सिर्फ न्यूक्लीयर का झुठा खबर फैलाकर दुनिया से सहानभूति प्राप्त करना चाहता था। पाकिस्तान जब भी लड़ाई में पिटने लगता है तब – तब न्यूक्लीयर विपेन्स का प्रोपगंडा फैलाकर रोना रोनें लगता है। पाकिस्तान में जान बुझकर अफवाह फैलाया ताकी अमेरिका आकर बचाये। तभी अमेरिका की पहल से सीज फायर हुआ। अमेरिका नहीं चाहता है कि पाकिस्तान का वजुद मिट जाये। भारत एक उभरता हुआ चौथी बड़ी शक्ति बनता जा रहा है। यह बात चाईना एवं अमेरिका को पच नहीं रहा है। ये दोनों महाशक्ति वाले देश भारत को बड़ी आबादी देखते हुए अपना उत्पाद बिक्री करने हेतु सिर्फ एक बाजार के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं।भारत का असली दोस्त अगर कोई है तो वह है रुश । जो हर सुख -दुख का साथी है। भारत – पाक युद्ध में रुश भारत की मदत करनें के लिए अपना युक्रेन के साथ जारी युद्ध में युद्ध विराम की घोषणा कर साथ आनें ही वाला था । इन्हीं सव स्थिति को भाँप कर अमेरिका नें अपनी चालाकी दिखाते हुए पाकिस्तान की अप्रत्यक्ष मदत कर सिजफायर करवा दिया।यही है, औपरेशन सिन्दूर की सिजफायर की असली सच्चाई । लेकिन अमेरिका, चाईना एवं पाकिस्तान को यह पता होना चाहिए कि भारत भूमि लीलाघर भगवान श्री कृष्ण की तपोभूमि,कर्म भूमि एवं रण भूमि रही है । मोदी नें भी भगवत् गीता का गहन अध्ययन किया है। भगवत गीता अध्याय 2 श्लोक 3 का अनुपालन करते हुए मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर प्रारंभ किया है। ऑपरेशन सिंदूर में सैन्य कार्यवाही विराम को महाभारत के प्रसंग से सूत्र वाक्य को लेकर मोदी ने समस्त कार्रवाई को परिणाम तक पहुंचाया है ।शाश्वत सत्य यही है कि गीता में भगवान कृष्ण की कूटनीति को आधार मानकर मोदी ने जिस क्रियात्मक पक्ष का अनुपालन किया है– इसके चक्रव्यूह में पूरी दुनिया फंस चुकी है और इस चक्रव्यूह को तोड़ने की कला न चीन को पता है न हीं अमेरिका को पाकिस्तान की विसात ही क्या है?आगे जो होना है इसे समझने के लिए महाभारत में उल्लेखित कुरुक्षेत्र के धर्म,अधर्म, नीति कूटनीति को समझे बिना मोदी की चाल को समझ पाना पाखंडियों की समझ से बाहर है।