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नक्सलियों के विरुद्ध छापेमारी, भारी मात्रा में एम्युनिशन बरामद

सुनील कुमार सिंह खबर सुप्रभात समाचार सेवा


मदनपुर के दक्षिण सुदूरवर्ती इलाका दुर्गम जंगल – पहाड़ो से आच्छादित है। यह जंगली क्षेत्र झारखंड राज्य के हजारीबाग, चतरा, लातेहार, पलामु एवं बिहार राज्य के गया, औरंगाबाद, रोहतास एवं कैमूर जिलों को आपस में जोड़ता है। नतिजन नक्सलियों के लिए यह पनाहगाह एवं सेफ जोन सावित होता रहा है। सड़क एवं मोबाईल सेवाओं की कमी, सरकारी योजनाओं ( सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार की कमी ) की कमी ने इन क्षेत्रों में 1970 की दशक से नक्सल आन्दोलन को खुब फुलने – फलने की अनुकूल बातावरण उपलब्ध कराया । लेकिन वर्तमान समय में परिस्थितियाँ बदल चुकी है। बुनियादी सुविधाओं ( सड़क, मोवाइल, पुलिस अभिरक्षा ) के निरंतर विकास से पुलिस गस्ती, लगातार नक्सल अभियान के खिलाफ छापेमारी, सरकार की नक्सल उन्मुलन की दृढ ईच्छा शक्ति ने नक्सलियों की गतिविधि पर अंकुश लग चुका है। नतीजन ” माओ – माओ अब जाओ – जाओ ” बनकर रह गया है। उसी क्रम में औरंगाबाद पुलिस को लगातार छापेमारी में भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक एवं गोला बारूद के साथ – साथ काफी मात्रा में जिवीत कारतुस बरामद हो रहे हैं। शनिवार को लंगुराही – पंचरुखिया के घने जंगलों के शिकारी कुँआ पहाड़ी के समीप एक गुफा से गुप्त सूचना के आधार पर काफी मात्रा में एम्यूनिशन बरामद किए गये। पुलिस अधीक्षक कार्यालय औरंगाबाद से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि S T F एवं औरंगाबाद पुलिस के द्वारा की गयी संयुक्त छापेमारी में इंसास रायफल के कारतुस -99 पिस, A. K. 4 7 रायफल का कारतुस – 01 पिस, डेटोनेटर – 2 5 पिस सहीत अन्य सामग्री बरामद किए गये हैं। इस संबंध में मदनपुर थाना कांडु सं.. 5 16 /2 4 दिनांक 07 /1 2 /2 4 के अंतगत सुसंगत धाराओं में केश दर्ज किया गया है।