औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले के नबीनगर थाना क्षेत्र से श्रेया कुमारी के अपराधियों द्वारा अपहरण कर निर्ममता पूर्वक हत्या के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है तथा मामले में अविलम्ब दोषियों को गिरफ्तार करने का मांग जिला प्रशासन एवं सरकार से की है। बौद्धिक बीचार मंच के अध्यक्ष अखिलेश्वर सिंह, सचिव डा० शारदा शर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर घटना का घोर निंदा करते हुए नबीनगर पुलिस पर लापरवाही
बरतने का आरोप लगाया है। मंच के नेताओं ने कहा कि जब श्रेया कुमारी कोचिंग से घर नहीं लौटी तो श्रेया की मां स्थानीय थाना नबीनगर में अपहरण का आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस प्राथमिकी तो दर्ज कर ली लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया। यदि पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर यदि फौरन कार्रवाई में सक्रिय हो जाती तो शायद इस तरह के हृदय विदारक घटना नहीं होती और श्रेया को बचाया जा सकता था। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०) के प्रदेश सचिव व महिला नेत्री रीना सिंह ने घटना का कड़े शब्दों में निंदा करते हुए जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार से न्यायिक जांच कराने, घटना का अविलम्ब उद्भभेदन करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार करने तथा स्पीडी ट्रायल कर सजा दिलाने का मांग किया है। क्रान्तिकारी किसान यूनियन के बिहार राज्य संयोजक मंडल एवं झारखंड राज्य संयोजक मंडल ने भी घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार एवं जिला प्रशासन से अविलम्ब कारगर कारवाई करते हुए अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की है अन्यथा आंदोलन करने का चेतावनी दिया है। संयोजक मंडल ने कहा है कि सरकार एक तरफ़ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अभियान चला रही है तथा सुशासन का दावा कर रही है तो दूसरी तरफ श्रेया कुमारी के साथ हुई घटना और स्थानीय पुलिस के लापरवाही सुशासन और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का असलीयत का पोल खोलकर रख दी है।घटना के संबंध में नबीनगर थाना के थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस पुरे मामले को गंभीरता से लिया है और सभी तरह के साक्ष्य इकठ्ठा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने में जुट गई है जैसे ही साक्ष्य इकठ्ठा हो जाएगा तो पुलिस सभी आवश्यक एवं कानून संबत कारवाई करेगी। थानाध्यक्ष ने आगे बताते हुए कहे कि श्रेया के मां ने संदेह के आधार पर तीन लोगों रोहित एवं श्रेया के सहेली श्रुति एवं उसके मां को नामजद अभियुक्त बनाई है। दर्ज प्राथमिकी के आधार पर साक्ष्य इकठ्ठा करने में पुलिस जुटी हुई है। उन्होने कहा कि जब तक साक्ष्य नहीं मिल जाता है तो किसी भी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करना न्याय संगत नहीं होगा। किसान मजदूर यूनियन के बिहार – झारखंड सांगठनिक राज्य कमेटी ने भी घटना का कठोर शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि समाज के प्रबुद्ध वर्गों को आगे आने की जरूरत है और अपराध के विरुद्ध जन जाग्रति अभियान चलाने तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और सुशासन का असलीयत को उजागर करते हुए व्यापक जन आंदोलन समय की मांग है।