औरंगाबाद खबर सुप्रभात
बिहार सरकार के पुर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डा सुरेश पासवान ने कहा है कि आरएसएस के हाफ पैंट में परेड करने वाले संघी नौजवानों को अग्निपथ रोजगार योजना के अन्तर्गत अग्निवीर के रूप में चार साल के लिए सेना में भर्ती कराने का केंद्र सरकार की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। आखिर बिना कहीं चर्चा किए आनन फानन में इस योजना को लाने का औचित्य क्या है। लगता है इस योजना का ब्लूप्रिंट नागपुर में तैयार किया गया और सीधे पीएमओ के द्वारा लांच करा दिया गया। और इस योजना को आते ही देश भर में बवाल और उग्र आंदोलन सुरू हो गया। लगता है यह भी आरएसएस और भाजपा का ही सुनियोजित तरीका लग रहा है।चार पांच दिन हो गए आखिर प्रधानमंत्री जी मौनिया बाबा क्यों बनें हुए हैं, वे हिमाचल में चुनावी सभाओं को सम्बोधित कर रहे हैं, गुजरात में योजनाओं का उद्घाटन शिलांयास दनादन कर रहे हैं लेकिन देश अग्निपथ कानून के विरोध में जल रहा है और एक शब्द भी मोदी जी का नहीं बोलना क्या संकेत दे रहा है इसे गंभीरता से समझने की जरूरत है।
बिहार सहित देश भर में युवाओं के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है आखिर क्या कारण है कि बिहार में भाजपा के कुछ विधायकों और भाजपा के कुछ कार्यालय को निशाना बनाया गया है,लगता है इसके पीछे भी भाजपा और आरएसएस के द्वारा बड़ा खेल चल रहा है की अग्निपथ आंदोलन के आड़ में बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार और विपक्षी दलों को कैसे बदनाम करना है इसको भी समझने की जरूरत है। इतना ही नहीं बल्कि हमला इसलिए भी प्रायोजित लग रहा है भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का ब्यान आता है और उधर आधा घंटा के अंदर भाजपा के दस नेताओं को बिना मांगे केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा वाई श्रेणी का सुरक्षा मुहैया करा दिया जाता है इसका भी मतलब समझने की जरूरत है।एक बात और गौर करने लायक है की जिन भाजपा के विधायकों पर हमला हुआ उनमें विनय बिहारी, अरूणा देवी,सी एन गुप्ता थे लेकिन इन्हें सुरक्षा नहीं मिला बल्कि सुरक्षा दिया गया जिनका दिमागी संतुलन खराब हो गया (ललन बाबू कह रहे हैं)और दरभंगा के बकलोल जी महाराज को। नीतीश जी आपको सीधे बिहार में हुए उग्र आंदोलन का जिम्मेवार ठहराया जा रहा है और आप है कि कुर्सी कुमार बने हुए हैं, बिहार युवा प्रदेश है और आप युवा के भावनाओं को समझते हुए भाजपा को सबक सिखाने के लिए कड़ा और बड़ा कदम उठाने का हिम्मत दिखाइए।
अग्निपथ योजना 2024 के आम चुनाव को केंद्र में रखकर एक इवेंट मैनेजर के तरह लांच किया गया स्कीम है। स्कीम इसलिए कहा जा सकता है कि चार दिन के अंदर रक्षा मंत्री,गृह मंत्रालय एवं भाजपा शासित राज्यों की सरकारों के द्वारा कई तरह के औफर लांच किया गया लेकिन अग्निपथ प्रोडक्ट अग्नि के हवाले किया जा रहा है। सरकार औफर लांच नहीं करती बल्कि सरकार टर्म कंडीशन तय करती है।
डॉ पासवान ने देश भर के युवाओं से भी आह्वान किया है कि यह देश आपका राष्ट्रीय संपत्तियों का नुक़सान हरगिज नहीं होना चाहिए आप अहिंसक तरीके से आंदोलन तब तक चलाइए जब तक यह ” काला अग्निपथ कानून” वापस नहीं ले लिया जाता है। सम्पूर्ण विपक्ष आपके साथ है। चूंकि अग्निपथ के माध्यम से युवाओं का जीवन बर्बाद करने की योजना बनाई गई है।