अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
बिहार में दो दिग्गज मुकेश सहनी व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस क्या एनडीए के राह में मुश्किल खड़ा करेंगे या फिर अन्ततः एनडीए को ही मजबूरन स्वीकार करेंगे। यह अभी राजनैतिक महकमों में असमंजस का स्थिति बना हुआ है। सीटों शेयरिंग को लेकर दोनों नेताओं का नाराजगी अभी भी बरकरार है। हला की विकासशील इंसान पार्टी के
संस्थापक मुकेश सहनी अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे एनडीए के साथ रहेंगे या फिर महागठबंधन (इंडिया) के साथ जाएंगे। मुकेश सहनी दो दिनों में अपना स्टैंड साफ़ करेंगे। जानकारी के अनुसार एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक जनशक्ति मोर्चा के सुप्रीमो व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने भी बागी तेवर अपनाते हुए हाजीपुर से ही
लोकसभा का चुनाव लडने के लिए अंडे हुए हैं तथा भाजपा की अधिकारिक सूची का एलान का इंतजार कर रहे हैं। पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि भाजपा के साथ पांच बर्षों से बाफेदारी के साथ खड़ा रहा हूं लेकिन अब भाजपा से उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। मुकेश सहनी और पशुपति कुमार पारस के रुख से साफ़ जाहिर हो रहा है कि सिट शेयरिंग को लेकर अभी असमंजसता में फंसे हुए हैं और एनडीए के साथ रहेंगे या एनडीए को अलविदा करेंगे फिलहाल राजनैतिक महकमों में संसय बरकरार है।