आलोक कुमार निदेशक सह संपादक खबर सुप्रभात समाचार सेवा
बिहार में पीएम मोदी के लगातार कार्य क्रम होना यह संकेत दे रहा है कि भाजपा एक तरह से चुनावी संखनाद कर दिया है। पीएम मोदी के कार्यक्रम से बिहार में चुनावी ब्यार देखने को मिल रहा है। शहर के चौक चौराहों से लेकर गांव के चौपालों तक बस एक ही चर्चा सुनने को मिल रहा है कि इस बार चुनाव में कौन बाजी मारेगा। लेकिन चिराग पासवान 6 मार्च को बेतिया में होने वाली
पीएम मोदी की सभा में शिरकत नहीं करेंगे। वह बेगूसराय व औरंगाबाद में पीएम की जनसभा में नहीं पहुंचे थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या चिराग एनडीए का हिस्सा रहेंगे या अलग हो जाएंगे। चिराग को लेकर तेजस्वी ने भी कहा है कि महागठबंधन में सभी के लिए दरवाजे खुले हुए हैं। वह विस. चुनाव के तर्ज पर लोकसभा में भी बीजेपी की सीटों को छोड़कर अन्य पर उम्मीदवार खड़े कर सकते हैं। ऐसे में नडीए के लिए चिराग मुसीबत साबित हो सकते हैं। हला की औरंगाबाद के सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी को बिहार के सभी 40सीटों पर एनडीए का जीत का भरोसा दिया धा। लेकिन चिराग को पीएम मोदी के सभा से अलग रहना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसे पर पानी फीर सकता है। सुत्रो से जानकारी के अनुसार बिहार भाजपा में 8 सांसदों को बेटीकट किया जा सकता है वैसे मैं बिहार भाजपा में बग़ावत होने का भी संभावना प्रबल है और तब अबकी बार चार सौ पार का ऐलान पर भी काले बादल मंडराने लगेगा।