देव से मो अरशद अली कि रिपोर्ट
औरंगाबाद देव डॉ अनवर आलम का कहना है कि बरसात के साथ-साथ पड़ने वाली गर्मी के कारण बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है इसी कारण सर्दी खांसी के साथ टाइफाइड मामले भी सामने नजर आ रहे हैं उन्होंने कहा लंबे समय तक टाइफाइड का बुखार रहना जोखिम भरा होता है टाइफाइड
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का सही प्रकार से इलाज नहीं होने पर जटिलताएं हो सकती है आंत में रक्तस्राव या आंत में छेद होना टाइफाइड बुखार की सबसे गंभीर स्थिति होती है विभिन्न जगहों पर अस्पतालों में टाइफाइड से ग्रसित लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं टाइफाइड बैक्टीरिया जनित रोग है और यह मूल रूप से भोजन पानी के संक्रमण के कारण फैलती है टाइफाइड रोग से बचाव के लिए खाने पीने की साफ सफाई रखना महत्वपूर्ण है और टाइफाइड का असर 7 से 14 दिन में देखने लगता है टाइफाइड होने पर बुखार आता है और या फिर बढ़ने लगता है इसके साथ सर दर्द कमजोरी और थकान मांसपेशियों में दर्द पसीना आना भूख नहीं लगना और वजन घटना उल्टी दस्त या कब्ज सूखी खांसी पेट के सूजन होते हैं।