अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात सामाचार सेवा
अति पिछड़ा अधिकार मंच के बैनर तले औरंगाबाद के गांधी मैदान से सभा स्थल नगर भवन तक अति पिछड़ा अधिकार महारैली का आयोजन कुटुंबा प्रमुख व नबीनगर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी श्री धर्मेंद्र कुमार चंद्रवंशी जी के नेतृत्व में जिले की अतिपिछड़ा समुदाय के लोगों द्वारा किया गया। इसके उपरांत

सभा स्थल नगर भवन में सम्मेलन किया गया जिसकी अध्यक्षता धर्मेंद्र चंद्रवंशी व संचालन बबन प्रजापति ने किया। इस दौरान जिले में पहली बार अति पिछड़ा वर्ग के समुचित जाती एक मंच पर दिखे। और रैली के माध्यम से औरंगाबाद जिला में अति पिछड़ा के राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित करने को लेकर हुंकार भरा गया। जिससे पूरे जिले में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गया है। संबोधन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम अतिपिछड़ा वर्ग के राजनीतिक भविष्य के नजरिए से कई मायनों में अतिपिछड़ा अधिकार महारैली ऐतिहासिक रहा। इस महा रैली के द्वारा अति पिछड़ा समाज अपना एकजुटता का परिचय दे दिया है। और अति पिछड़ा वर्ग को हल्के में लेने वाले लोगों को रोड पर उतर कर अपना शक्ति का एहसास दिलाया गया है। इस महा रैली में पूरे जिले भर से 38 प्रतिशत के अंतर्गत आने वाली सभी जाती के लोग एकसाथ मंच पर आकर यह साबित कर दिया है कि अब हम अपनी राजनीतिक भागीदारी को लेकर रहेंगे। और तबतक संघर्ष जारी रहेगा जबतक कि हमें अपना राजनीतिक भागीदारी और हिस्सेदारी मिल नहीं जाता है। आज अतिपिछड़ा समाज ने सभी राजनीतिक दल को यह चेतावनी देने का कार्य किया है कि अगर इस बार अतिपिछड़ा समाज को अनदेखा किया गया तो उसे यही अतिपिछड़ा समाज सता से कोसों दूर कर देगी। इसलिए अतिपिछड़ा समाज को ठगना बंद करो नही तो इस बार जो ठगने का कार्य करेगा उसका खैर नहीं है। और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में अतिपिछड़ा समाज टिकट नहीं तो वोट नहीं के फार्मूला अपनाएगा। धर्मेंद्र चंद्रवंशी ने कहा की सभी राजनीतिक दल समाज में समानता और समाजवादी का झूठा ढकोसला करती है। आगे उन्होंने कहा की औरंगाबाद जिला के छह विधानसभा में से किसी भी विधानसभा में अबतक अती पिछड़ा समाज को राजनीतिक हिस्सेदारी आखि़र क्यों नहीं दिया गया? क्या अति पिछड़ा समाज सिर्फ वोट देने के लिए है? क्या उसे प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिलना चाहिए? आज अति पिछड़ा समाज अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। यही कारण है कि आज अतिपिछड़ा समाज का सड़क पर जनसैलाब उमडा है। आगे उन्होंने ने बताया कि किसी भी विधानसभा में अति पिछड़ा समाज का 38% आबादी के साथ सबसे ज्यादा वोट जो कि लगभ सवा लाख से अधिक है जो किसी का सता बनाने या उखाड़ने का मादा रखती है। फिर भी आज इस समाज का जिले में कोई आंसु पोछने वाला तक नही है। लेकिन अब अति पिछड़ा समाज चुप रहने वाला नही है और अपना राजनीतिक भागीदारी लेकर रहेगा। इस अधिकार रैली के माध्यम से अतिपिछड़ा समाज के द्वारा मुख्य मांग इस प्रकार रखा गया है। 1. अति पिछड़ा समाज को आबादी के अनुसार राजनीतिक भागीदारी दिया जाए। 2. केंद्रीय अतिपिछड़ा आयोग का गठन किया जाय। 3. विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में अति पिछड़ा वर्ग के लिए सीट आरक्षित किया जाय। 4. निजी एवं सरकारी कार्यों में अतिपिछड़ा वर्ग के आबादी के अनुसार आरक्षण सुनिश्चित किया जाए। 5. बिहार विधानसभा के चुनाव में अति पिछड़ा समाज को औरंगाबाद जिला में टिकट दिया जाय। जैसी मांग को लेकर यह अधिकार रैली किया गया। इस मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष और कुटुंबा के प्रखंड प्रमुख सह नबीनगर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी धर्मेंद्र कुमार चंद्रवंशी, बिनोद ठाकुर, राजेश गुप्ता जी, दिनेश पाल, गया प्रजापति, सुरेंद्र प्रसाद, राजदेव पाल, सुरेंद्र चौरसिया, राजरूप पाल, जितेंद्र जोशी, उपेन्द्र चंद्रवंशी , अजीत ठाकुर, दिलीप गुप्ता, जिला पार्षद प्रतिनिधि ओम प्रकाश गुप्ता, विनोद ठाकुर , मोहम्मद रमजान, शारदा शर्मा, राजेश शर्मा, जगदीश चौधरी, समेत कई लोग उपस्थित रहे।