नीतीश कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
सदर विधायक विभा देवी को जन्माष्टमी से पूर्व खुशियों की अथाह सौगात मिला है।विधायक विभा देवी के पति पूर्वश्रम राज्य मंत्री राजबवल्लभ यादव समेत तमाम आरोपियों को पटना उच्च न्यायालय ने दोषमुक्त करार देते हुए रिहा करने का आदेश निर्गत कर दिया है। बेहद ख़ुशी का माहौल है.
पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आरुणि जी ने बताया कि लम्बी बहस व उपलब्ध कराये गये दस्तावेजों में आरोपियों के विरुद्ध कोई सबूत हासिल नहीं होने के बाद पटना उच्च







न्यायालय ने रिहा करने का आदेश निर्गत किया है. आदेश के आलोक में जल्द ही जेल में बंद सभी आरोपियों को मुक्त करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
राजवल्लभ जी के रिहाई की खबरें सुनते ही समर्थको का विधायक आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा है।राजबलभ जी के रिहाई से नवादा में जहाँ एक खेमा में काफ़ी ख़ुशी है तो वहीं दूसरे विरोधी खेमा में बहुत मायुषी छाया हुआ है.इसके साथ हीआजकल जिले का राजनीतिक तापमान बहुत गर्म हो गया है। तरह -तरह की चर्चाएं तैरने लगी है. जिले की राजनीतिक सरगर्मी काफ़ी तीव्र हो गई है. विधान सभा के चुनाव के मध्येनजर सत्ता पक्ष की पहल पर पहले बाहुबली अनंत सिंह को बेल पर बाहर किया गया और अब फिर राजबलभ प्रसाद पर लगे शाजिसन पोक्सो एक्ट के आरोप से बरी कर दिया गया है. पूर्व राज्य मंत्री राजबलभ प्रसाद को पटना हाईकोर्ट से आरोप मुक्त यानी मुकदमा से बरी हो जाना सर्वत्र चर्चा का विषय बना है. कुछ लोगों का कहना है कि राजबलभ प्रसाद मुकदमा से बरी होने के लिए ही उनके परिवार राजद को पटकनिया देकर जदयू का दामन थाम लिया. आगे नवादा का परिणाम अभी भविष्य के गर्व में है. आज के बदले राजनीतिक परिपेक्ष में कौशल यादव को राजद के दामन थामने से काफ़ी मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं. इसबार नवादा विधान सभा का चुनाव मूलतः त्रिकोण होगा. एक तरफ कौशल यादव, दूसरी तरफ विभा देवी और तीसरी तरफ जन जागृति मंच के संयोजक शिक्षाविद व समाजसेवी डॉ अनुज सिंह के बीच टक्कर होना तय है. कौन बाजी मरेगा, बौल अपने पाले में ले लेगा ? कहना बड़ा मुश्किल है।