बिहार में लाखों लोग सड़क पर उतरी,पटना में इंडिया गठबंधन के राष्ट्रीय नेता सड़कों पर

पटना संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा


मोदी सरकार द्वारा श्रमिकों के खिलाफ बनाए गए चार काला श्रम कानून की वापसी तथा बिहार चुनाव हरण के लिए मतदाता पुनरीक्षण की तुरंत वापसी की मांग को ले कर पटना के आयकर गोलंबर पर इंडिया गठबंधन के झंडे तले हजारों लोग जमा हुए और राज्य चुनाव आयोग कार्यालय के लिए मार्च निकला। मार्च का नेतृत्व लोक सभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्य महागठबंधन के अध्यक्ष सह विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, भाकपा महासचिव का० डी० राजा, सीपीआई (एम) महासचिव का० एम ए बेबी, माले महासचिव का० दीपांकर भट्टाचार्य तथा VIP नेता मुकेश साहनी ने किया। मार्च को चुनाव आयोग कार्यालय के पूर्व शहीद - स्मारक पर ही रोक दिया गया, जहां यह विशाल जन समूह सभा में बदल गई। सभा को उपरोक्त नेताओं ने संबोधित किया और मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर चुनाव हरण की हर कोशिश के खिलाफ लड़ने और इसे वापस लेने के लिए संघर्षरत रहने का संकल्प लिया। नेताओं ने कहा - बिहार लोकतंत्र की माता है और कोई ताकत माता का चीर हरण नहीं कर सकती। भाकपा के राज्य सचिव का० रामनरेश पांडेय, सचिव मंडल सदस्य रामबाबू कुमार, संजय कुमार (पूर्व एमएलसी) राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रो० अरुण कुमार, राज्य कार्यकारिणी सदस्य रवीन्द्र नाथ राय, जितेंद्र कुमार, इरफान अहमद, पटना जिला सचिव विश्वजीत, ipta के राष्ट्रीय महासचिव तनवीर, मोना झा, ख़ेमयू नेता पुनीत मुखिया, पटना जिला पार्टी नेता मोहन प्रसाद, प्रमोद नंदन, उमाकांत, राजेंद्र प्र० सिंह आदि सैकड़ों साथी शामिल थे। इधर भाकपा राज्य सचिव का० रामनरेश पांडेय ने संपूर्ण बिहार में आयोजित चक्का जाम को पूर्णतः सफल बताया तथा इसके लिए बिहार की जनता का आभार व्यक्त किया।