गंगा अवतरण दिवस पर उमगा तालाब में पूजन

सुनील कुमार सिंह खबर सुप्रभात समाचार सेवा


गंगा दशहरा यानि गंगा अवतरण दिवस पर आज मदनपुर संच के एकल विद्यालय की आचार्याओं नें पवित्र उमगा तालाव में सांकेतिक गंगा पूजन किया एवं अपने सुहाग -सिन्दूर की रक्षा के साथ -साथ भारत माता की एकता अखंडता का बरदान गंगा माई से किया। यह त्यौहार ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष दशमी को मनाया जाता है। शास्त्रीय मान्यता है कि इसी दिन राजा भगीरथ की घोर तपस्या से प्रसन्न होकर माँ गंगा स्वर्गलोक से धरती पर अवतरीत हुई थी। राजा सगर के हजार पुत्रों की मृत्यु मुनी के श्राप से हो चुकी थी। राजा सगर के ही प्रपौत्र राजा भगीरथी नें अपनें मृत पुरखों के अस्थि विसर्जन कर मोक्ष की प्राप्ति हेतु देवाधिदेव महादेव की तपस्या कर गंगा को धरती पर लाया था । इस तिथि को गंगा जी तथा शिवजी के पूजन मात्र से मानव तीनों संतापों ( दैहिक, दैविक एवं भौतिक ) से मुक्ति पाकर बैकुण्ठ वास करने का अधिकारी बन जाता है। इस गंगा पूजन महोत्सव में रेणु देवी, गीता देवी, रानी कुमारी, करिश्मा कुमारी, कंचन कुमारी, सबिता देवी, सुनीता देवी, सविता देवी, अन्नु कुमारी, मीरा कुमारी, राखी कुमारी सहीत एकल विद्यालय की कई आचार्यों नें हिस्सा लिया।