करोना काल के योद्धा रामेश्वर बैठा भाजपा से टिकट के रेस में शामिल, काफी दिनों से पार्टी के दायित्व को कर रहे हैं निर्वाहन, , बोलें – जनता के पैसा, मान सम्मान भी बचेगा, अंगरक्षक भी रहेगा सुरक्षित, दलितों का भी होगा विकास


औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा


औरंगाबाद जिले के हार्ट सीट बन चुका कुटुम्बा सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से एनडीए के प्रमुख घटक दल भाजपा से टिकट पाने के दौड़ में जिला परिषद के सदस्य रामेश्वर बैठा का नाम भी काफी चर्चा में बना हुआ है। रामेश्वर बैठा का उम्मीदवार बनाए जाने का चर्चा कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र के गांवों से लेकर हाट – बाजारों में भी सुनाई पड़ रहा है। वैसे

रामेश्वर बैठा

रामेश्वर बैठा से पुछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं तो समाज और पार्टी के लिए एक समर्पित सिपाही रहा हूं और आगे भी रहुंगा। मैं अपना भावना से पार्टी के शिर्ष नेतृत्व को अवगत करा चुका हूं। लोकतंत्र में सभी को अपना महत्वकांक्षा होता है और इस लिए मैं भी टिकट के लिए सबसे प्रबल दावेदार हूं। पार्टी यदि मुझे मौका देती है तो चुनाव अवश्य लड़ूंगा और एक बात बताना चाहुंगा कि जिस तरह मैं पार्टी और समाज के महत्वकांक्षा पर वर्ष 2001 से खरा उतरा हूं आगे भी अपनी प्रतिबद्धता और वसुलो पर कारम रहुंगा। उल्लेखनीय है कि रामेश्वर बैठा उर्फ नन्हक बैठा अपने कार्य शैली व मृदुभाषी प्रवृत्ति के लिए जन जन में लोकप्रीयता हासिल कर चुके हैं और कभी भी इनके कार्य शैली पर समाज अथवा व्यक्ति का उंगली नहीं उठा। यही वजह है कि जनता का उनपर भरोसा ही नहीं बल्कि आशिर्वाद भी प्राप्त होते रहा है। जानकारी के अनुसार वे वर्ष 2001 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में संडा पंचायत में वार्ड सदस्य के रूप में उम्मीदवार बने और चुनाव जिते। 2006 में संडा पंचायत से मुखिया के लिए चुनाव जिते और काफी कम वोटों के अंतर से दुसरा स्थान प्राप्त कर ग्रामीणों का सेवा करते रहे। पुनः 2011 में संडा पंचायत से मुखिया के चुनाव लडे और मतदाताओं ने उनके माथे पर जित का शेहरा बांधा और वे मुखिया बने। पुनः 2016 में वे राजनित का अगला पड़ाव के सफर पर निकल पड़े और जिला परिषद के चुनाव लडे तथा मात्र 142 वोटों से चुनाव हार गए। लेकिन वे कभी भी हार नहीं माने तथा जनहित को सर्वोपरि समझ जनता के इच्छा पर खरे उतरते रहे।और पुनः 2022 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला परिषद के लिए उम्मीदवार बने तथा चुनाव जितकर जिला परिषद बनें और फीर जिला परिषद के उपाध्यक्ष तक बनें। रामेश्वर बैठा उर्फ नन्हक बैठा सिर्फ चुनाव ही नहीं लडे बल्कि भाजपा ने उन्हें जो भी पार्टी में जिम्मेवारी दिया उसे अपना सौभाग्य समझते हुए पार्टी के सेवा करते रहे। पार्टी के संडा मंडल के कोषाध्यक्ष फीर पार्टी के अनुसूचित मोर्चा के जिला अध्यक्ष और अभी जिला सचिव बनकर पार्टी के लिए संघर्षरत हैं। और अब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पार्टी से एनडीए उम्मीदवार के रूप में कुटुम्बा विधानसभा ( सु० ) से चुनाव लडने के तैयारी में कुद पड़े हैं। उन्हें भरोसा है कि पार्टी उन्हें टिकट अवश्य देंगी चुके वे पार्टी के लिए एक बाफेदार सिपाही साबित होते रहे हैं और जो भी उन्हें पार्टी द्वारा दायित्व दिया गया उसे बेहिचक निभाते रहे हैं। रामेश्वर बैठा उर्फ नन्हक बैठा इसी उम्मीद और भरोसा पर टिके हुए हैं तथा कुटुम्बा विधानसभा में उनका जनसंपर्क अभियान चल रहा है। पुछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस बार यहां एनडीए से भाजपा को ही टिकट मिलेगा।चुके एनडीए के अन्य घटक दलों के भरोसे पार्टी इस सिट को दाव पर इस बार लगाना नहीं चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र सुरक्षित रहा है और यहां से अभितक जिन लोगों पर मतदाता भरोसा किये वे आज तक अपना चेहरा चमकने और अधिक धनोपार्जन में लगे रहे। जबकि मतदाताओं के चेहरों पर गुस्सा और चिंता का लकिर साफ़ झलक रहा है। मतदाता अकारण फर्जी एससी-एसटी का मुकदमा झेलते रहे और दलित समुदाय के विकास के लिए सरकार जो राशि भेज रही है उसे भ्रष्टाचार का भेंट चंद दलालों – अधिकारियों के साथ गंठजोड़ बनाकर हड़पा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इस बार हमें मौका मिलेगा तो जनता का मान – समान का भी ख्याल रखा जायेगा, दलितों के विकास भी होगा तथा जनप्रतिनिधियों के अंगरक्षक भी सुरक्षित रहेंगे। उल्लेखनीय है कि जब देश और समाज करोना जैसे भयंकर महामारी से जुझ रहा था उस वक्त भी इन्होंने अपना जान का परवाह किए बगैर लोगों को सेवा करने में कोई कोर कसर नहीं छोडा और सेवा करते रहे जिसका जिता जागता प्रमाण है कि तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी कुटुम्बा चंदभुषण गुप्ता ने भी इन्हें सम्मानित किए थे।