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सड़क दुर्धटना में मिल चालक सहव्यावसायी की मौके पर ही मौत

मदनपुर ( औरंगाबाद )खबर सुप्रभात समाचार सेवा


मदनपुर थाना क्षेत्र के खिरियावाँ मोड़ के समीप अज्ञात बाहन की टक्कर से खिरियावाँ बाजार निवासी सत्येन्द्र साव (50 yr ) पिता स्व. छेदी साव की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी । घटना के संवंध में प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मृत सत्येन्द्र साव अपनी मोटर साईकिल से दर्जी बिगहा स्थित वर्षा पेट्रोल पंप से जार में मिल चलानें हेतु डिजल लेकर बापस अपने घर सह दुकान खिरियावाँ बाजार लौट रहे थें। तभी औरंगाबाद

की ओर से आती एवं शेरघाटी की ओर जाती संगमरमर लदे राजस्थानी ट्राली नें ( सुबह के ही 08 :30 बजे के करीव )जोर दार टक्कर मार दी । बाईक सहीत वे सड़क पर गिर पड़े एवं ट्रॉली नें उन्हें रौंदते हुए भाग खड़ा हुआ ।
जैसे ही इसकी सूचना मृतक के परिजन, ग्राम वासी एवं अगल -बगल के लोगों को मिली क सैंकड़ो की संख्या में पहुँच कर जी. टी. रोड़ को घंटो जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राजेश कुमार दल -बल के साथ पहुँच कर स्थिति को नियंत्रित किए। मौके पर अंचलाधिकारी अकबर हुसेन, प्रखंड विकास पदाधिकारी अवतुल्य कुमार आर्य भी पहुँचे । सवों नें भीड़ का नेतृत्व कर रहे केदार साव, बम साव, मुखिया प्रतिनिधी रणजीत यादव, देवनंदन साह, गोपाल साव से बात कर नियमानुकुल उचित मुआबजा सरकार से दिलवाने का वादा किया। लोगों से यह भी माँग उठी कि इस तरह की घटना खिरियावां मोड़ पर बार – बार घटित होते रहता है। कारण मोड़ के पास टेम्पु एवं बस का अनियंत्रित जमाबड़ा है। ऐसे में एक जगह चिन्हित कर स्टैंड बना देनें से जी. टी. रोड़ पर टेम्पु एवं बस का ठहराव नहीं होने से इस तरह की दुर्घटना से बचा जा सकता है। साथ ही थाना मोड़, मुख्य बाजार मदनपुर की स्थिति तो और भी बिकट बन चुकी है। लोग सर्विस रोड़ को अतिक्रमण कर सैंकड़ो दुकान लगाकर अवरूद्ध कर दिये हैं। नतीजन छोटे -बड़े बाहनों का पड़ाब जी. टी. रोड़ पर किया जाता है। जिससे कोई भी बड़ी दुर्घटना घटने से इनकार नहीं किया जा सकता है। सभी उपस्थित पदाधिकारियों नें लोगों की माँगों पर त्वरीत संज्ञान लेते हुए पहल करने का भरोसा जताया। तत्पश्चात शव को पोस्टमार्टम हेतु औरंगाबाद भेजा गया एवं सड़क पर यातायात बहाल हुई।
सनद हो कि मृतक सत्येन्द्र साव अपने पिछे तीन पुत्र एक शादीशुदा पुत्री एवं पत्नि को छोड़ गये हैं। मिल एवं छोटा सा किराना दुकान ही उनकी आजि वीका का साधन रहा था।